Book Title: Dashvaikalika Sutram Mula
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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir दस दस.... जे.जेतेसाधु न नपधीने विषे अ.मूर्गरहितननगं- रहित अ.अंगजाणवे न थोडंलीए पु०सं 15 मेलानेविषे असमितितेनुपरममतान्नाव जमनेअसारनकरेसंजमनादोषरहितवर्ते जेसनिख्खू 15 वहिमि अमुगिए अगिद्धे अन्नाय नठं पुलणीपुलाए पुलकनिःपूलाकसंजमश्रसारताहसंपादिकदोषसून्य स०सर्वसंगथी वि०वेगला जे०जेतेसाधु 16 क०लेबोयेचवो सं०संचयकरवोएत्रणनिवरत्यारे अ. लोलपीनही कयकिक्कय संनिहिंनवरए सव्वसंगा विगएय जेसनिख्खू 16 अलोलु नि०साधु न.रसनेविषेशृद्धनही जी०असंजमजीवितव्यनेनवांद स.वस्त्रादिकेंकरीसंस्कारने पु.पु न.थोमोथोमोपाहारनेलीए लब्धीने च०वली जासलाघाने च.त्यने / निख्खू नरसेसुगिद्धे नबचरे जीवियनानिकंखा ठिच सकारणं पूयणंच चए ठि.निश्चल यात्माले अ०मायाकपटरहित जे.जेते य.एकुसी लें कुसीलिनएमनवना सि.नसाधु 17 न० प.अनेरो बोले जे जेणेषालवेकरी अ.अनेरुकोपकरे ठियप्पा अणिए जेसनिख्खु नपरवएप्रासीअ यकुसी ले जेणनोकुप्पेषन For Private and Personal Use Only

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