Book Title: Critical Study Of Paumacariyam
Author(s): K R Chandra
Publisher: Research Institute of Prakrit Jainology and Ahimsa
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LITERARY EVALUATION
563
Plural सत्तरिसीज १८३, पडिसत्तूणं २०।२००
Singular Gen. गिरिस्स, ५०१ मेरुस्स ६४।६ Eoc. गिरिम्मि १३५ हेउम्मि ११८७ Voc. गुणनिहि ७४।२२ (वहू ८।१९२)
Neuter Nouns. चित्तं ३१।१०७ चरियं ११५ दियहाणि २८।८७ भूसणाई ४०७ चित्ताई ११८ दुक्खं २८।२५ वत्थु ९।९९ वयणाणि ४६।१ फलाइं ३८।२८ सराइँ ६४।३८
The forms closed in brackets are not given by Vararuci. Hemacandra allows them. Forms marked X have no anusvāra. Such forms are used for metrical regularity and they are just like forms having anunasika (चिताइँ, सराइँ) which is counted as a short syllable.
Feminine Nouns ending in आ, इ, ई, उ ऊ . Singular
Plural Nom. प्रा सीया ३१।१०४ विसल्ला ६३।२९ विज्जायो ६५।३ कन्नाउ ४८।१
इ ई हारणी ३।२३ केगई ३२।३७ सुन्दरीअो ७४७
उ ऊ धेरणू ८२।१४ सुरवहू ४६।७७ अमरवहूओ ३६१ Acc. या सीयं ५३।१० गंगं ६४।५३ कन्नानो ४१७ मालामो २९।३
इ ई उप्पत्ति ४।६७ नारि ४६।८ विहीरो २८।११ जणणीमो १०६।३४
उ ऊ कण्डु ६१।२६ Inst ा कन्नाए ३८।४५ गणियाएँ ५।३२ कन्नाहि ६४१३६ कन्तहिं ७१।१३
इ सत्तीए ७८।१६ निवित्तीएँ ४६।३४ जुवइहि ४६।३६ ई वसुमईए ५।१६६ मन्दोयरीएँ ४६।३७ नारीहि २८८० पणइणीहिं
११८।१०६ उ ऊ रज्जूए ४६।३४ वहूए २१।६७ करेणूहिं ७८।२४ वहूहि ८।२८० Ablative Singular सेज्जाए २।११० भत्तीपो २६।३ नयरीओ ७१।१
करेणूए ६५।१४ Gen. ा उवरम्भाए ११५७ सीयाएँ १००।२८ कन्नाणं ११५० पडिमारणं १०१५३ मन्दोयरीय ११५० जुवईण ११७६ जणीणं ७२।१०
सुरवहूणं २०५५ Loc. प्रा वेलाए ७८।२४ लंकाएँ ११७८ महिलासु ४११५१
पुरीएँ २८।५३ भोगभूमीसु ३।४२
घेमूसु ३।४६ Voc. आ ससिवयणे ३८।१८
इ-सुन्दरि ६।१६ ई-सुन्दरी ३।६५
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