Book Title: Chandrapragnapati Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Kanhaiyalal
Publisher: Delhi

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Page 28
________________ सूरज चेदये. सहिंजोगे जोति तेरस से सर्वधनिया रेस्सेली कलिया मिसिर पुंस्सा हा हा गुण हो चित्त रोहा मैला पुसट जेएं पतालीस मते जो गंजोए ति उत्तरावया रोहिणी पुराव उत्तराफ गुण बिसाहा उत्तरासाठी ६॥ एतेसिबी सामना गोजेगोचारिहोर ते बेचते सुरेशसहिंजो गंजे राति सेएगेऽभिचिजे बऽ हो रे ते एबी चमते सरेगसद्धिं जो गं जो एति तब सत्तनिसांनरऽ हांऽ से सा साति जेठ । जे तेरस होरते बार समते सुरेश सहिजो गंजोए ति पारस ते सर्व तदेवजार पुछा सादा १५॥ जे बीड हो रते तिमि कुत्ते सूरे सहिजो गंजो राति तेन ते उत्तरामध्वयां रोहिणी पुरा बसु ' उत्तरफ गुण बिसाहा उत्तरासाठी ६ इति दसम सनि 2012 लिये | 2012 | एवं भागाए किंतेऽदिए एते सदाबी सारा नबताएंगे जेते नवता भागासमवेत्ता तीस मत्ता पे गांव पुचभयार कत्तियारमा ३ पुचा गुण ४ मूल पुत्रासादा६ जेतेनबत्तापभागा समता ती समता येतेस मिसिन मे धनिटा ३२३४५ मिगसिर ६से हथो चित्तारा हा १०" जेतेना तेभागावर तारमा सतनामी। 35 से सा४ साति ५ जेठा ६' जेतेनबत्ता उभयेभागा दिवटेबेता १००४ तालीमकुत्ता ते तिमि उत्तरा३ रोहिणी ४ पुराबसु बिसाहा ६ इति दसम स्स ततिये ॥ १०३॥ कुहे ते जोगस्स दिन हिए मिचि सवाल छेनात्ताए भागा समवेत्ता साइरेग एगुए ताली समजता तेपटमार साये चंदे सद्विजेोगं जे पूर उपसारे दिवस एवेबमिचिसव बेनाएंगे राइ एगेच साइरेगे दिवस चंदे सहि जेोगं जो इश्ता जो १३ ३ & Personal Use Only

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