Book Title: Chandrapragnapati Sutra
Author(s): Sudharmaswami, Kanhaiyalal
Publisher: Delhi

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Page 39
________________ येते चंदे चंदे 25 मिनदिए ३४ मिटर पदमस्त चंद सेक्स ची बीयरस वेदसंनर रस ची चमरसनदिए सं सदरची यमनसि बीप नवरस बबीनामेव सहारे पंचबरगे एगेनी मेवेति सेते जुगसंबरे २ म बरेचसे चंदे 55 मिनट मेरे जलकरने बबरेचरितेन रेसम नबता जोगं जो येति समये परिणामेति ननु माइसी बदन होइन ते सिमरामा सी जो येति बिसमचारी कादया तेमासेबरेच देवसम्पर्क लगो परियमेति स देई युकफले बासेनसम्म संति तेमाल कम्मे ३ विदर फफऽ बिना से सम्मनिक इससे ४तेयं वि परिणमति परेइय निराहवंशले मारिदिए जाएं। से तेल एबबरे ४ बिरबल रेबिज व उत्तरासाराजेवा सबिरे महाग है तीसरा से बब रेहिनत मेकले समारोति सेतं स लिबर सेबबरेइतिदसम १०३. सनीसइमं ॥] 201201 करते जो इस स्स दारा दिया तथा पंडिती तथए मेरा मासु कतिया दिएं, सतना पुछ्दारिया महादिया जाय बिसा हा सतना दाहिएदार राहादिया जाव सब सत्तापमिदारियां निक दिया जावभरी सतना उत्तरदारियोंएगेपुराएवमाहंसु महादिया जान निसा हा सत्तन छत्ता पुछ्दारिया राहा brary.org

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