Book Title: Chaityavandan Sangraha Tirth Jin vishesh Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Abhinav Shrut Prakashan View full book textPage 4
________________ m M २४ ११६ r x w or or on १२९ n n m m m 9 0 0 0 MM mro 8295 m m m m m m m ا w क्रम चैत्यवंदन संख्या पृष्ठ २३ आवती चोविशीना चोविश जिनना नामना चोविश जिनना गणधरोना १२० २६ पंच कल्याणकना ५ १२३ २७ १८ दोष रहित तीर्थकरना २८ चोवीश जिनना वर्णना २६ चोवीश जिनना लंछनना १२७ ३० चोवीश तीर्थंकरना आयुनु १२८ जिन देह वर्णन नं १२६ ३२ चोवीश जिन देहमाननुं चोवीश तीर्थंकर राशिनं १ १२६ ३४ अरिहंत प्रभुना चोत्रीश अतिशय चोवीश जिनना पांच बोलन १ १३० ३६ चोवीश जिननी भवगणनानुं १७० जिन वर्णन १ १३२ जिन ना चारे निक्षेपार्नु १ १३२ जिन महिमा १ १३२ जिन दर्शन पूजन फलन ३ १३२ जिन गुण गीत फलनुं ४२ जिन फूल पूजा _श्री वीर प्रभु वंश वृक्षनुं ४४ श्री वीर शासन युग प्रधाननु १ १२७ ४५ दुष्कृत गर्हारूप १ १२८ पंच परमेष्ठिनु १ १४० ४७ उपदेशक १ १४० ar onorm on or mom or or or Mom our wor on x w x لم १३६ x w ४६ Jain Education International For Private & Personal Use Only ___www.jainelibrary.orgPage Navigation
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