Book Title: Bhagwati Sutra Part 07
Author(s): Ghasilal Maharaj
Publisher: A B Shwetambar Sthanakwasi Jain Shastroddhar Samiti

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Page 4
________________ ४८९-४९३ ४९४-५१२ ५१३-५१५ ५१५-५३३ ५३३-५६५ ५६५-५७३ ५७४-५८२ ५८३-६०३ २३ पुद्गलपरिणाम का निरूपण २४ पुद्गलास्तिकाय के स्वरूपका निरूपण २५ लोकाकाश प्रदेशका निरूपण २६ कर्मप्रकृति का निरूपण २७ ज्ञानावरणीयादि कर्म के सम्बन्धका निरूपण २८ जीवादिकों के पुद्गल पुद्गलीका विचार नववे शतकका प्रथम उद्देशा २९ जम्बूद्वीप के स्वरूपका निरूपण दूसरा उद्देशा ३० जम्बूद्वीपमें चन्द्रसूर्यादि ज्योतिष्कका कथन नववे शतक के तीसरे उद्देशकसे तीस उद्देशक ३१ एकोरुक आदि द्वीपवरविशेष का निरूपण इकतीसवां उद्देशा ३२ इकतीसवें उद्देशेका संक्षिप्तविषयविवरण ३३ अश्रुत्वा केवलीके धर्मादिलाभका निरूपण ३४ अश्रुत्वा अवधिकज्ञान के उत्पाद का निरूपण ३५ अश्रुत्वा अवधिज्ञानि के लेश्यादि का निरूपण ३६ अश्रुत्वा केवलीका वर्णन ३७ श्रुत्या प्रतिपन्नावधिज्ञानि का निरूपण समाप्त ६०४-६१२ ६१३-६१६ ६१७-७७४ ६७४-६८३ ६८३-७०९ ७१०-७२३ ७२४-७६४ કલાસવાર મેમ્બરની સંખ્યા ता. २५ -१२-१३ ॥ १ ૩૦ આદ્યમુરબ્બીશ્રી, રૂ. ૫૦૦૦ થી વધુ રકમ ભરનાર ૨૭ મુરબ્બીશ્રી, રૂા. ૧૦૦૦ થી વધુ રકમ ભરનાર ૧૩૩ સહાયક મેમ્બરે, રૂા. ૫૦૦ થી વધુ રકમ ભરનાર ૫૮૬ લાઇફ મેમ્બરે, રૂ. ૨૫૦ થી વધુ રકમ ભરનાર ૪૯ બીજા નંબરના જુના મેમ્બરે, રૂ. ૧૫૦ થી વધુ રકમ ભરનાર ૮૩૫ કુલ મેમ્બરે

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