Book Title: Bhagavana Mahavira ke Manohar Updesh
Author(s): Manoharmuni
Publisher: Lilam Pranlal Sanghvi Charitable Trust

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Page 185
________________ १४१ १. इस जीव अग्नि - कुण्ड में, तू तप को अग्नि ले जला । इस मन, बचन व फाया के, त्रियोग को तू लव बना ।। . इस शरीर • फारियांग में, तू प.र्म - ईन्धन फो जला । संयम के शांति - पाठ से, तू आत्मा को शुद्ध बना ।। ३. क. पाप वपन दिया, जिगर में जाम-पासा। * महावीर ने पह, मुययन, दिलित न पहा ।

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