Book Title: Bhagavana Mahavira ke Manohar Updesh
Author(s): Manoharmuni
Publisher: Lilam Pranlal Sanghvi Charitable Trust

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Page 194
________________ १५० वैतरणी नदी-नरक की एक नदी। (एक पौराणिक नदी पृथ्वी और यमलोक के बीच में वहती है । जिस का जल गरम है। पापी इसमें बहुत दिनों तक दुख भोग करते हैं।) कामधेनु स्वर्ग की एक गाय । नन्दनवन=इन्द्र का उद्यान । शठता-दुष्टता। परिभ्रमण=घूमना। विजेता-जीतने वाला। कारिपंग यज्ञ की सामाग्री। जलाशय-तालाव। प्रसन्न लेश्या=मन का शुभ भाव ।

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