Book Title: Avashyak Sutram Part 02
Author(s): Punyakiritivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 10
________________ सम्पादकीयम् द्वितीयोविभाग: श्रीआवश्यक नियुक्तिभाष्यश्रीहारिक वृत्तियुतम् भाग-२ // 8 // पञ्चपरमेष्ठिनां भावनमस्कारं कृत्वा जैनशासनप्रभावनायां सर्वेऽपि यथाशक्ति प्रयत्नं कृत्वा क्षायिकसम्यक्त्वद्वारेण मोक्षं लभेयुः। मुनिपुण्यकीर्तिविजयो गणिः। श्री श्रीपालनगर जैन श्वे० मूर्तिपूजक देरासर ट्रस्ट 12 जमनादास मेहता मार्ग, वालकेश्वर, मुंबई - 400006. विक्रम सं० 2063 वीर सं० 2533

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