Book Title: Atit ka Basant Vartaman ka Saurabh
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Adarsh Sahitya Sangh

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Page 231
________________ आवश्यक है संवत्सरी की समस्या का समाधान २१७ आराधना द्वितीय भाद्रपद में कर रहा है। अधिकांश मूर्तिपूजक समाज, तेरापंथ समाज और कुछ स्थानकवासी भी द्वितीय भाद्रपद में संवत्सरी पर्व की आराधना करेंगे। इस स्थिति में श्रमण संघ भी द्वितीय भाद्रपद में संवत्सरी मनाने का निर्णय करें तो संवत्सरी की दिशा में एक अच्छा चरणन्यास हो सकता है।* * संवत्सरी की समस्या के संदर्भ में प्रस्तुत महत्त्वपूर्ण वक्तव्य। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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