Book Title: Arshbhiyacharit Vijayollas tatha Siddhasahasra Namkosh
Author(s): Yashovijay
Publisher: Yashobharati Jain Prakashan Samiti

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Page 364
________________ 226 सहस्रनाम्नामनुक्रमणिका पृष्ठाङ्काः पृष्ठाङ्काः नामानि 205 | आत्मपञ्जराय 204 आत्मभवे | आत्मरक्षायै 207 प्रात्मवते आत्मारामाय आत्मक्षरगाय ग्रादि देवाय आद्यचारित्राय प्राद्यध्येयाय आद्यनेत्र प्राधेड्याय आद्यमन्त्राय 205 प्राद्यमेघाय प्राद्यर्षये आद्यवाचे आघेऽयाम प्राशामोचनाय आशाविश्रामभाजनाय नामानि अश्यामाय. अश्लथाय अश्वेताय अष्टगुणाय असदशाय असमानाय असमासाय असहय असंस्कृताय असंस्थानाय असंहिताय असम्मोहाप्याय असौगन्ध्याय अस्तप्राणाय अस्तिकाय अस्तोभाय अस्निग्धाय अस्मयाय अस्वनाय अस्वराय अस्वनाय अहमिन्द्राक्य अहसाय अहानिवृद्धये आ rrrrrrrrrrrrrrrr 205 204 201 00 Wics 202 201 203 164 उद्दामाय उन्नेयाय उपज्ञाय उपाधिच्छिदे उपासनानां फलदाय उपास्यत्वेन देशिताय 165 186 206 ऋ प्रात्मकवचाय आत्मत्रात्र ऋगादिमाय 206

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