Book Title: Arshbhiyacharit Vijayollas tatha Siddhasahasra Namkosh
Author(s): Yashovijay
Publisher: Yashobharati Jain Prakashan Samiti

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Page 363
________________ 228 सहस्रनाम्नामनुक्रमणिका पृष्ठाङ्काः 0 0 ا 140 م و 205 204 ا عر < 0 0 . 0 ... 204 205 204 205 203 205 160 0 नामानि अप्रत्यहाय अप्रातिपदिकाय अप्राणाय अबभ्रवे. अभाय अभाषाय अमधुराय अमध्यमाय अमातृकाय अमर्च्छनाय अमूर्तये अमृतसंस्थितये अमृतस्रष्ट्र अमृताङ्गाय अमृतात्मने अमृताधाराय अमृताय अमृतोद्भवाय अमृतोद्भूताय अमृतौघाय अमदवे अमोघाय अम्बरात्मने अयुतसिद्धाय प्रयोगाय अरघ्ने अरवाय अराशये पृष्ठाङ्काः नामानि 205 / अरिघ्नाय अरिष्टच्छिदे अरुहाय अरूढये अरोहाय 205 अर्हाय . अलग्नाय अलघवे अलम्बनाय अलवणाय अलुके 163 अलूक्षाय अलोकस्पृशे अवतारमुचे अवाद्याय अविग्रहाय अविभवाय अविसर्गाय अवृताय अवृद्धये अवेदाय अवैखरये अवैद्यकाय अव्यथाय प्रशस्त्रभिदे प्रशस्त्राय अशस्त्रिणे . 204 ! अशीताय 201 204 uu 2 0 205 203 205 0 * 0 0 204 0 0 0 166 0 165 0 w w our our 203 196

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