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मैनपुरी में वाग्भारती पुरस्कार समर्पण समारोह
प. पू. अंतर्मना मुनि श्री प्रसन्न सागर जी महाराज के ससंघ सान्निध्य में श्री दि. जैन बड़ा मंदिर, मैनपुरी पर दिनांक 12 से 14 नवम्बर 2011 तक त्रिदिवसीय कार्यक्रम ऐतिहासिक, अभूतपूर्व धर्म प्रभावना के साथ आयोजित किये गये ।
गतिविधियाँ
नगर के विद्वान व चिकित्सक डॉ. सुशील जैन द्वारा स्थापित वाग्मारती ट्रस्ट ने चार विद्वानों को वाग्भारती पुरस्कार से सम्मानित करते हुए पूज्य मुनि श्री को शास्त्र भेंट करते डॉ. वृषभ प्रसाद जैन, लखनऊ 'धर्मगौरव' की उपाधि से अलंकृत किया। इस पुरस्कार की स्थापना दाहोद (गुजरात) में 01-091998 को प. पू. मुनि श्री प्रज्ञासागरजी एवं मुनिश्री प्रसन्नसागर जी के सान्निध्य में डॉ. सुशील जैन द्वारा उन्हें आ. श्री पुष्पदंत सागर पुरस्कार से सम्मानित करने के शुभ अवसर पर की गयी थी। वाग्भारती पुरस्कार से पुरस्कृत होने वाले विद्वान हैं -
पं. शिवचरणलाल जैन, मैनपुरी। प्रो. वृषभ प्रसाद जैन, लखनऊ।
डॉ. प्रद्युम्न कुमार जैन, रुद्रपुर, डॉ. मालती जैन, मैनपुरी, सभी विद्वानों को 11 हजार रुपये की राशि के साथ ही प्रशस्ति पत्र, शॉल, माल्यार्पण, प्रतीक चिन्ह व 'धर्म गौरव' की उपाधि से सम्मानित किया गया ।
सायंकालीन सत्र में गुरुभक्ति व आनन्द यात्रा के बाद देश के जाने माने कवि श्री चन्द्रसेन जैन भोपाल के संयोजकत्व में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें भोपाल से श्रीमती सीमा जैन, बीना से हेमन्त तिवारी, उरई से नीलम कश्यप, झांसी से दिव्य 'पारदर्शी' व जालौन से रवीन्द्र शर्मा
पधारे। कवि सम्मेलन देर रात तक बड़े ही मर्यादित ढंग से शालीनतापूर्वक सम्पन्न हुआ । उपस्थित अपार जनसमूह ने कवि सम्मेलन की बहुत प्रशंसा की।
कवि सम्मेलन के पूर्व वाग्भारती पुरस्कार से सम्मानित विद्वानों के प्रवचन भी आयोजित किए गए। प्राचार्य नरेन्द्र प्रकाश जैन, फिरोजाबाद की कार्यक्रम में उपस्थिति उल्लेखनीय रही। डॉ. सुशील जैन, के सुपुत्र डॉ. सौरभ जैन एवं परिवार
डॉ. प्रद्युम्न कुमार जैन, रुद्रपुर को सम्मानित करते डॉ. सुशील जैन के अन्य सभी सदस्यों की भी कार्यक्रम में सक्रिय सहभागिता रही।
अर्हत् वचन, 24 (1), 2012
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