Book Title: Arhat Vachan 2012 01
Author(s): Anupam Jain
Publisher: Kundkund Gyanpith Indore

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Page 94
________________ तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत् महासंघ द्वारा आयोजित निबंध प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरित तीर्थंकर ऋषभदेव जैन विद्वत् महासंघ द्वारा चारित्रचक्रवर्ती प्रथमाचार्य शांतिसागर वर्ष में आयोजित द्विस्तरीय निबंध प्रतियोगिता के परिणाम निम्नवत् घोषित किये गये। प्रौढ़ वर्ग : विषय: :- आचार्य श्री शांतिसागरजी एवं श्रमण परम्परा कल, आज और कल रुपये 5000/ प्रथम पुरस्कार श्रीमती नीला जोहरापुरकर जैन द्वारा श्री अनिल कुमार जोहरापुरकर, लाडपुरा, इतवारी, नागपुर (महा.) द्वितीय पुरस्कार रुपये 3000/ : श्री रजत जैन, 195, भवानी मार्ग, सनावद - 451111, जिला खरगोन (म. प्र. ) तृतीय पुरस्कार :- रुपये 2000/ श्रीमती कुसुम राजकुमार जैन, राज इलेक्ट्रिकल्स, निचला बाजार, शिवपुरी (म. प्र. ) युवा वर्ग : विषय : चारित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांतिसागरजी महाराज की परम्परा का श्रमण संस्कृति को अवदान • रुपये 3000/ प्रथम पुरस्कार : : " श्रीमती निकिता वैभव जैन द्वारा जम्बूद्वीप ज्वैलर्स, सनावद, जिला खरगोन (म.प्र.) द्वितीय पुरस्कार रुपये 2000/ : कु. अल्पना जैन, पिता श्री कमलकुमार जैन, ग्राम- लार, जिला टीकमगढ़ (म. प्र. ) तृतीय पुरस्कार रुपये 1000/ :- • कु. परिधि जैन, पिता श्री मुकेश जैन, C/o रॉयल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, गढ़ा क्रासिंग, जबलपुर (म.प्र.) चयनित आलेख के लेखकों को पुरस्कार दिनांक 09.10.11 को मध्यान्ह 1.00 से 4.00 बजे के मध्य जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर (मेरठ) में सम्पन्न विद्वत् महासंघ के अधिवेशन में पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे आलेख प्रेषित करने वाले अन्य सभी महानुभावों को भी सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे । समारोह को पूज्य गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का ससंघ पावन सान्निध्य प्राप्त रहा। समारोह के अन्त में पूज्य प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चन्दनामती माताजी एवं गणिनीप्रमुख आर्यिकाशिरोमणि श्री ज्ञानमती माताजी का मंगल आशीर्वचन हुआ। अर्हत् वचन, 24 (1), 2012 डॉ. अनुपम जैन महामंत्री 94

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