Book Title: Anekant 2007 Book 60 Ank 01 to 04
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 251
________________ अनेकान्त 60/4 सूर्य प्रकाश और आधुनिक विज्ञान __जब सूर्य प्रकाश की किरण किसी शीसे से गुजरती है तो उसमें सात रंग दिखाई पड़ते हैं जो वायलेट नीला, बैंगनी, हरा, पीला, नारंगी, और लाल होते हैं। ये रंग सूर्य प्रकाश के आंतरिक अंश रूप (Component parts) है और स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हैं। जीवन शक्ति प्रदायक प्राणतत्त्व का वे सर्जन करते हैं। वैज्ञानिक बताते हैं कि इसके अतिरिक्त सूर्य प्रकाश में Infra-red-ultraviolet की किरणें भी होती हैं। आल्ट्रावायलेट किरणें एक्सरे की तरह पुद्गल के भीतर तक घुसकर कीटाणुओं को नष्ट करने में समर्थ होती है। यह किरणें रात में नहीं मिलती इसी कारण रात में कीडे-मकोड़े आदि अधिक संख्या में निकलते हैं, इस प्रकार विज्ञान से भी यह सिद्ध है कि दिन का भोजन करना स्वास्थ्यवर्द्धक है और उसमें हिंसा भी कम है। इसके विपरीत रात्रि भोजन स्वास्थ्य घातक है और उसमें हिंसा भी अधिक होती है। स्वास्थ्य और रात्रि भोजन विरमण व्रता स्वामी शिवानन्द ने अपनी Health and diet नामक पुस्तक के पृष्ठ 260 पर लिखा है- The Evening meal should be light and eaten very early, if possible take milk and fruits only before 7p.m. no solid or liquid should be taken after sunset. अर्थात् सायंकाल का भोजन हलका और जल्दी कर लेना चाहिए। आवश्यकता ही हो तो सायंकाल सात बजने से पहले-पहले केवल फल और दूध लिये जा सकते हैं। सूर्यास्त हो जाने के बाद ठोस या तरल पदार्थ कभी नहीं लेना चाहिए। आचार्यश्री महाप्रज्ञ ने लिखा है स्वास्थ्य संतुलन में आहार की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। दिन का पहला भाग कफ प्रधान होता है। मध्यान्ह का भाग पित्त प्रधान होता है और सायंकाल का भाग वात प्रधान होता है। यदि

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