Book Title: Anekant 1991 Book 44 Ank 01 to 04
Author(s): Padmachandra Shastri
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 1
________________ वोर सेवा मन्दिरका त्रैमासिक अनेकान्त प (पत्र प्रवर्तक : प्राचार्य जुगलकिशोर मुम्पार 'युगवीर') :कि०१ जनवरी-मार्च १९९१ इस अंक में विषय १. अध्यात्म-पद २. बारहवीं शताब्दी में जैन जातियों का भविष्य -डा. कस्तूरचन्द कासलीवाल ३. गोल्लाराष्ट्र व गोल्लापुर के श्रावक -श्री यशवंतकुमार मलैया ४. आ. कुन्दकुन्द के ग्रन्थों को पाण्डुलिपियों का सर्वेक्षण -डा. कमलेशकुमार जैन ५. नियमसार का विशिष्ट संस्करण प्रस्तावित -डा. रिषभचन्द जैन फौजदार ६. जैन संस्कृति और साहित्य के पोषक. -डा. गंगाराम गर्ग ७. धवल पुस्तक ४ का शुद्धि पत्र -पं. जवाहरलाल जैन भिगार ६. जैन धर्म के पोबीसवें तीर्थकर महावीर -डा.हेमन्तकुमार जैन १. निमित्ताधीन दृष्टि -श्री बाबूलाल जैन कलकत्ता वाले १०. परा-सोचिए-संपादक प्रकाशक बोर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२

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