Book Title: Anekant 1980 Book 33 Ank 01 to 04
Author(s): Gokulprasad Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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________________ त्रैमासिक शोध-पत्रिका अनेकान्त वर्ष ३३ : किरण १ जनवरी-मार्च १९८० विषयानुक्रमणिका क. विषय N सम्पादन-मण्डल डा. ज्योतिप्रसाद जैन हा०प्रेमसागर जैन बी गोकुलप्रसाद जैन सम्पादक श्री गोकुलप्रसाद जैन एम.ए., एल-एल. बी. साहित्यरत्न १. केवलज्ञान का स्वरूप २. भगवान महावीर की अध्यात्म-देशना -डा. पन्नालाल जैन साहित्याचार्य, सागर ३. भागवत मे भगवान ऋषभदेव ४. प्राकृत साहित्य मे समता के स्वर -डा. प्रेम सुमन जैन ५. सम्राट मुहम्मद तुगलक और महान जैन शासन-प्रभावक श्री जिनप्रभसूरि -श्री अगरचन्द नाहटा, बीकानेर ६.जन कर्मसिद्धान्त-श्री श्यामलाल पाण्डवीय १८ ७. जयपुर पोथोखाने का सस्कृत जैन साहित्य -डा. प्रेमचन्द रावका, मनोहरपुर ८. ऋषभदेव : सिन्धु-सभ्यता के माराध्य -श्री ज्ञानस्वरूप गुप्ता जन पत्र : एक अध्ययन -श्रीलक्ष्मीचन्द्र 'सरोज' १३ वार्षिक मूल्य १) रुपये इस अंक का मूल्य। १ रुपये ५० पैसे प्रकाशक वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२

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