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HESHARIHARARH(श्रीकल्पसूत्रम्H
HHHHHHHHHHI
ॐ नमोऽर्हद्भ्यः ऐं नमः चतुर्दशपूर्वधर-श्रुतकेवलि-श्रीमद्-भद्रबाहुस्वामिसमुद्धृतम् श्रीकल्पसूत्रम्
गुर्जर भाषान्तर सहित
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