Book Title: Agam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 02
Author(s): Shyamacharya, Punyavijay, Dalsukh Malvania, Amrutlal Bhojak
Publisher: Mahavir Jain Vidyalay

View full book text
Previous | Next

Page 872
________________ मूलसद्दो वेमाणिए बीयं परिसिटुं-सहाणुकमो ३५५ सक्कयत्यो सुत्तंकाइ । मूलसद्दो सक्कयत्यो सुत्तंकाइ १७८९, २०५६, २०५७ वेमाणिणीण वैमानिकीनाम् ११८९ [२.५], २०५८, २०६१, वेमाणिणीणं ,, ४०८ [१-३], ११६९ २०६४,२०६५, २०६७, २०७०, २०७३, २०७५, वेमाणिता वैमानिकाः ६२५ २०७८, २०८० वेमाणिय वैमानिक ६५६[३], वैमानिकः ८०८ [२], २१०४ [१] ८१० [२], ८१२ [२], वेमाणिय. वैमानिक ९७१ ८१४ [२], ८१६ [२], वेमाणिय-. ८१८ [२], ८२० [२], वेमाणियत्ते वैमानिकत्वे २१०१ [२], ८२२ [२], ८२४ [२], २१०३ [२],२१०४ [१], ८२६ [२], ८२८ [२], २१०७,२११०, २१११, ८९२, १२०० [२], २११५[१], २११६[१], १४०७ [२], १४०९, २११९ [२,५], २१२० १५८१[२],१५८५[२], [२],२१२१[१], २१२३ १६६८, १६७१, १६७६ [२], २१२४ [२,४], [२],१७५६ [२], १७६३ २१३९, २१४० [२], [३],१७६७[१], १७६८ २१४१ [२],१७७० [२], १७७७ .वेमाणियत्ते वैमानिकत्वे २११३ [२],१७८३ [२],१७९२ वेमाणियदेव वैमानिकदेव १५३२[६] [२],१८६६ [२],१८७१ [२],१८७६ [२],१८८३ वेमाणियदेवखेत्तोव-वैमानिकदेवक्षेत्रो[२],१८८९ [२],१८९४ वायगती पपातगतिः १०९७ [२], २१५४[२],२१५८ वेमाणियदेवपंचेंदि-वैमानिकदेवपञ्चेन्द्रिय यवेउब्वियसरीरे वैक्रियशरीरम्१५२० [१] वैमानिकाः १२१४, वेमाणियदेवपंचेंदि- ,, १४४३,१६४७[३] यवेउब्वियसरीरे १५२६ [६] वैमानिकेषु ६७२[] •वेमाणियदेवा वैमानिकदेवाः ६६१ ,,६०८,६२५,६७२[९], वेमाणियदेवाणं वैमानिकदेवानाम् पृ. ६९ १२०० [२],१४०८[३], टि. ३ १४२२, १४२८ [५], वेमाणियदेवेहिंतो वैमानिकदेवेभ्यः ६५० १४३३, १४४१ [१३,१५] वैमानिकेभ्यः १४६५. वेमाणियस्त वैमानिकस्य १६१३ [२] १५९५ [२], १५९९ तः १६१६ [१], २०९३ [२], १६०३ [२] [२],२०९५[२],२०९६ , ६५० [१३], १४६३ [२],२१०४[१],२११५ वैमानिक्यः२९१,११८७, [१],२११६ [१],२११९ ११८९, ११९०, १४१६ [५], २१३५ [२], २१६५ वेमाणिए वेमाणिएसु • वेमाणिएसु वेमाणिएहितो • वेमाणिएहितो वेमाणिणीओ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 870 871 872 873 874 875 876 877 878 879 880 881 882 883 884 885 886 887 888 889 890 891 892 893 894 895 896 897 898 899 900 901 902 903 904 905 906 907 908 909 910 911 912 913 914 915 916 917 918 919 920 921 922 923 924 925 926 927 928 929 930 931 932 933 934