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तव - - तेरा
तव तेय - सिरीए
तव - रूव-लावन्ने
तवसा - - तप से तवेणं • तप से
—
तवो-कम्मं तवो-कम्मेणं
-
तस्स - - उसका
तहा - उसी तरह तहा-रूवाणं.
-
-
गुणों से युक्त साधुओं का
• तप और तेज की लक्ष्मी से
-
- तपःक्रिया
तहेव - उसी प्रकार
- तप-कर्म से
-
ताए – उस
ताओ
उस
तामेव उसी
तारएणं- - दूसरों को तारने वाले तालियंट-पत्ते ति – ति कट्टु - इस प्रकार करके
तिण्णि -
तिक्खुत्तो – तीन बार - तीन तिन्हं - तीन का तित्थगरेणं
तेणद्वेणं. तेणेव -
तेत्तीसं
तेरस - . तेरह
-
- तप के कारण उत्पन्न हुई सुन्दरता
-तथा-रूप, शास्त्रों में वर्णन किये हुए
- ताड़
- इति समाप्ति या परिचयबोधक अव्यय
-
-
तेएणं – तेज से
-
तेणं
उस
द्वारा
तिनेणं -संसार सागर से पार हुए तीसे उसे • आप से
तुब्भेणं
तुम
- चार तीर्थों की स्थापना करने वाले के
उसी ओर
- तेतीस
के पत्ते का पंखा
इस कारण
तेरसहवि - तेरहों को
-
-
तेरसमे – तेरहवाँ तेरसवि - तेरह की
-
तेसिं- उनके
तो - तो
त्ति - इति
-
थावच्चापुत्तस्स – थावच्चापुत्र की, थावच्चा नामक गाथापत्नी का पुत्र, जिसने एक सहस्र मनुष्यों
के साथ दीक्षा ली थावच्चापुत्तो. थासयावली – दर्पणों (आरसियों) की पंक्ति
- थावच्चापुत्र
थेरा - स्थविर भगवान् थेराणं.
थेरेहिं
-
दस -
दसमे
दसमो
दाओ
- स्थविर भगवन्तों का
- स्थविरों के (से)
· दश
- दशवाँ, दशम
-
-
-
- दशम, दशवाँ
- दहेज
-
दारए बालक
दारयं
दिन्ना - दी हुई दिवसं - दिन दिसं-दिशा को
दीहदंते – दीर्घदन्तकुमार
-
-
दीहसेणे – दीर्घसेनकुमार दुमसेणे दुमे - द्रुमकुमार
- द्रुमसेन
- बालक को
-
दुरूहंति – आरोहण करते हैं, चढ़ते हैं - आरोहण करता है, चढ़ता है
दुरूहति -
दूरं – दूर
देवस्स - देव की
अनुत्तरीपपातिकदशा
- देव-रूप से
देवत्ताए -
देव- लोगाओ – देवलोक से
देवाप्पियाणं – देवों के प्रिय (आप) का
देवाप्पिया – देवों के प्रिय (तुम)
-
देवी – राज- महिषी, पटरानी
देवे – देव
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