Book Title: Agam 08 Antgadadasao Angsutt 08 Moolam Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar Publisher: Agam Shrut Prakashan View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नमो नमो निम्पत सणस्त पंचम गणपर श्री सुषर्मास्वामिने नमः ८ अंतगडदसाओ अट्टमं अंगसुतं पढमो वग्गो -१-१०-अ य य णा णि :(१) तेणं कालेणं तेणं समएणं चंपा नाम नवरी पन्नभद्दे चेहए-वण्णओ तेण कालेणं तेणं समएणं अनसुहम्मे समोसरिए परिसा निग्गया[धम्मो कहिओ परिसा जामेव दिसि पाउन्भूया तामेव दिसिं] पडिगया तेणं कालेणं तेणं समेणं अजसुहम्मस्स अंतेवासी अजजंबू जाव पञ्जवासमाणे एवं वयासी-जइ णं भंते समणेणं भगवया पहाचीोणं आदिकरेणं जाव संपत्तेणं सत्तमस्स अंगस्स उवासगदसाणं अवमट्टे पत्रत्ते अठ्ठमस्सणं मंते अंगस्स अंतगडदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्टे पत्रत्ते एवं खलु जंबूसमणेणं भगवया महावीरेणंजावसंपतेणं अट्ठमस्स अंगस्स अंतगडदसाणं अट्ठ वग्गा पन्नत्ता जइणं भंते समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अट्ठमस्स अंगस्स अंतगडदसाणं अट्ठ वग्गा पन्नत्ता पढमस्स णं मंते वग्गस्स अंतगडदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणंजाव संपत्तेणं कइ अझयणा प. एवं खलु जंबू समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अट्ठमस्स अंगस्स अंतगडदसाणं पढमस्सवग्गरसदस अज्झपणापन्नता [तं जहा) 19-१!-1-1 (२) गोयम समुद्द सागर गंभीरे चेय होइ थिमिए य । अयले कंपिल्ले खलु अक्खोभ पसेणई विण्हू ॥१॥-1 (३) जइ णं भंते समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अट्ठमस्स अंगस्स अंतगडदसाणं पढमस्स वगस्स दस अज्झयणा पत्रत्ता पढमस्स णं भंते अज्झयणस्स अंतगडदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्टे परते एवं खलु जंबू तेणं कालेणं तेणं सपएणं बारवई नाम नयरी होत्या-दुवालस-जोयणायामा नवजोयणवित्यिण्णा धणवति-मइ-निम्मया चामीकर-पागारा नामामणि - पंचदण्ण - कदिसीसगमंडिया सुरम्मा अलकापुरि - संकासा पमुदियपककीलिया पचक्खं देवलोगभूया पासादीया दरिसणिशा अभिरुवा पडिरूवा तीसे णं यारवईए नयरीए पहिया उत्तरपुरस्थिमे दिसीमाए एस्थणं रेययए नाभं पव्वए-होत्या-वण्णओ तत्थ णरेवयए पच्चए नंदनवण्णे नापं उजाणे होत्या वनओ तस्स णं उजाणस्स बहुमज्झदेसपाए सुरप्पिए नाम जक्खायतणे होत्था-चिराइए पुयपुरिस-पत्रते पोराणे से णं एगेणं वणसंडेणं सचओ समंता संपरिक्खित्ते तस्स णं वणसंडस्स बहुमझदेसभाए एत्य णं पहं एगे असोगवरपायवे तत्थ णं बारवईए नयरीए कण्हे नापं वासुदेवे राया परिवसइ-महयारायवण्णओ से णं तत्थ समुद्दविजयपामोक्खाणं दसहं दसाराणं-बलदेवपामोक्खाणं पंचण्हं पहावीराणं पञ्जुण्णपामोक्खाणं अधुठाणं कुमारकोडीणं संबपामोक्खाणं सट्ठीए दुदंतसाहस्सीणं महासेणपामोखाणं छप्पन्नाए बलवसाहस्सीणं वीरसेणपामोक्खाणं एगवीसाए वीरसाहस्सीणं उग्गसेणपामोक्खाणं सोलसहं राय For Private And Personal Use OnlyPage Navigation
1 ... 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42