Book Title: Agam 08 Ang 08 Antkrutdashang Sutra Sthanakvasi
Author(s): Amolakrushi Maharaj
Publisher: Raja Bahaddurlal Sukhdevsahayji Jwalaprasadji Johari

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Page 143
________________ wimire 486 శంకరపలక मोर प्रतिमा तप... करेइ २ त्ता, सव्व काम गुणं पारेति, चउद्दसमं करेति सय काम गुण. सोलोस्समं करेइ, सव्व काम• अट्ठा रसमं करेइ, सव्व काम०, वीसइमं करेइ सव्व काम पढमालया ॥ १ ॥ सोलरसमं करेइ, सव्व काम, अट्ठारसमं करेइ, सब काम०, वीसइमं करेइ, सध्य । काम• दुबालसमं करइ, सच काम०, चौदसमं करेइ, ॐ सर्वतोभद्र प्रतिमा तप तपा सव्व काम० वीयालया ॥ २ ॥ वीसमं करेइ, सन्च दिन ३१२. पारणे ४९ । काम• दुवालसमं करेइ, सव्व०, चौदसमं करेइ सय सर्व ४४२ दिन में होत. FRE9999993379999999RTE कागुमण, सोलसमं करेइ, सव्य काम. अट्रारसमं. अर्थभक्तकर सर्व सो पभेमक पारना किया, चौदह भक्तकर पारना किया, अठारा भक्त कर पारना किया,* 1 बीसमक्तकर पारना किया, यह प्रथम लता ॥१॥ सोलह भक्तकर पारना किया, अठारा भक्तकर पारना किया, वीस भक्तकर पारना किया, द्वादश भक्तकर पारना किया, चौदह 19. भक्तकर, पारना किया, दूसरा लता ॥ २॥ बीसभक्तकर पास्नाकिया द्वादश भक्तकर पारनाकिथा, चौदहका PORNBEEGEGREETEGORRENCEBSPEES' ఆరవదకర 480 अष्टमांग-अंतगड दशांग सूत्र SEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEERS षष्टम वर्गका अष्टम अध्ययन 49822 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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