Book Title: Agam 08 Ang 08 Anantkrut Dashang Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Divyaprabhashreeji, Devendramuni, Ratanmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Prakashan Samiti
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________________ 148 ] [ अन्तकृद्दशा करता सव्वकामगुणियं पार इ / अट्ठ छट्ठाई कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार इ। अट्ठमं करे इ, , करेत्ता सव्वकामगुणियं पारइ। छठें कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार इ। चउत्थं कर इ, करता सव्वकामगुणियं पारे / एवं खलु एसा रयणावलीए तवोकम्मस्स पढमा परिवाडी एगेणं संवच्छ रेणं तिहि मासेहि बावीसाए य अहोरत्तहिं अहासुतं जाय [प्रहाअत्थं अहात्तच्चं अहामग्गं ग्रहाकप्पं सम्मं कारणं फासिया पालिया सोहिया तोरिया किट्टिया] पाराहिया भवइ। एक दिन वह काली आर्या, आर्या चन्दना के समीप आयी और आकर हाथ जोड़ कर विनयपूर्वक इस प्रकार बोली- "हे आर्ये ! आपकी आज्ञा प्राप्त हो तो मैं रत्नावली तप को अंगीकार करके विचरना चाहती हूँ।" आर्या चन्दना ने कहा- "देवानुप्रिये ! जैसे सुख हो वैसा करो, प्रमाद मत करो।" तब काली आर्या, आर्या चन्दना की आज्ञा पाकर रत्नावली तप को अंगीकार करके विचरने लगी, जो इस प्रकार है उपवास किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, बेला किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, तेला किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, आठ बेले किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, उपवास किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, बेला किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, तेला किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, दशमचोला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, द्वादशम-पंचोला किया, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, छह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, सात उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, आठ उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, नव उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, दश उपवास किये, करके, सर्वगुणकामयुक्त पारणा किया, पारणा करके, ग्यारह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, बारह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, तेरह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, चौदह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, पन्द्रह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, सोलह उपवास किये, करके, सर्वकामगुण युक्त पारणा किया, पारणा करके, चौंतीस बेले किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, प्रारणा करके, सोलह उपवास किये, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, पन्द्रह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, चौदह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, तेरह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, बारह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, ग्यारह उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, दस उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, नव उपवास किये, करके, सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, पारणा करके, आठ उपवास किये, करके सर्वकामगुणयुक्त Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org