Book Title: Agam 08 Ang 08 Anantkrut Dashang Sutra Stahanakvasi
Author(s): Madhukarmuni, Divyaprabhashreeji, Devendramuni, Ratanmuni, Kanhaiyalal Maharaj
Publisher: Agam Prakashan Samiti

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Page 202
________________ षष्ठ अध्ययन महाकृष्णा महाकृष्णा का लघु सर्वतोभद्र तप १०-एवं महाकण्हा वि, नवरं-खुड्डाग सम्वोभई पडिमं उवसंपज्जिता णं विहरइ चउत्थं करेइ, करेत्ता सव्वकामगुणियं पारेइ। छठें करेइ, करेत्ता सम्वकामगुणियं पारेइ / अट्ठमं करेइ, करेत्ता सबकामगुणियं पारेइ। दसमं करेइ, करेत्ता सव्वकामगणियं पारे / दुवालसमं करेइ, करेत्ता सम्वकामगुणियं पारेइ। अठ्ठमं करेइ, करेता सन्चकामगुणियं पारे / दसमं करेइ, करेत्ता सव्वकामगुणियं पारे / दुवालसमं करेइ, करेत्ता सव्वकामगुणियं पारे / चउत्थं कर इ, करत्ता सव्वकामगुणियं पारइ। छठें कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार है। दुवालसमं करे इ, करता सव्वकामगुणियं पारइ। चउत्थ कर इ, करेत्ता सब्वकामगुणियं पारइ। छठें कर इ, करता सव्वकामगुणियं पारइ। अट्ठमं करई करेत्ता सवकामगुणियं पार है। दसमं कर इ, करत्ता सव्वकामगुणियं पार इ। छठें करे इ, करेत्ता सव्वकामगुणियं पारे इ। अट्ठमं करेइ, करेत्ता सम्धकामगुणियं पारेइ। दसमं कर इ, करेत्ता सव्वकामगुणियं पारे / दुवालसमं कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार इ / चउत्थ करें इ, करत्ता सम्वकामगुणियं पार इ / दसमं कर इ, करता सन्दकामगुणियं पारइ। दुवालसमं करई करत्ता सम्वकामगुणियं पारे इ / चउत्थं कर इ, करता सम्वकामगुणियं पारइ। छ8 कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार इ / अट्टमं कर इ, करता सव्वकामगुणियं पार इ। एवं खलु एवं खुड्डागसव्वप्रोभद्दस्स तवोकम्मस्स पढमं परिवाडि तिहिं मासेहिं दसहि य प्रहासुत्तं जाव' पाराहेत्ता दोच्चाए परिवाडीए चउत्थ कर इ, करेत्ता विगइवज्जं पार इ, पारत्ता जहा रयणावलीए तहा एत्थ वि चत्तारि परिवाडीयो। पारणा तहेव / चउण्हं कालो संवच्छरो मासो दस य दिवसा / सेसं तहेव जाव' सिद्धा / निक्खेवनो। इसी प्रकार महाकृष्णा ने भी दीक्षा ग्रहण की, विशेष-वह लघुसर्वतोभद्र प्रतिमा अंगीकार करके विचरने लगी, जो इस प्रकार है उपवास किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके बेला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके तेला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके चौला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके पचौला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके तेला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके चौला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके पचौला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके उपवास किये, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके बेला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके पचौला किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके उपवास किया, करके सर्वकामगुणयुक्त पारणा किया, करके बेला किया, करके सर्व कामगुणयुक्त पारणा किया, करके तेला किया, करके सर्व कामगुणयुक्त 1. वर्ग 8, सूत्र 2. 2. वर्ग 8, सूत्र 3 4. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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