Book Title: Agam 02 Ang 02 Sutrakrutang Sutra Part 01 Sthanakvasi Author(s): Sudharmaswami, Hemchandraji Maharaj, Amarmuni, Nemichandramuni Publisher: Atmagyan Pith View full book textPage 5
________________ जैनधर्म दिवाकर आगम-रहस्यवेत्ता स्व० आचार्य सम्राट श्री आत्माराम जी महाराज की जन्म शताब्दी [वि० सं० २०३६] के उपलक्ष्य में प्रकाशित - • श्री सूत्रकृतांग सूत्र अनुवादक एवं व्याख्याकार पंडितरत्न श्री हेमचन्द्रजी महाराज संपादक प्रवचनभूषण श्री अमरमुनि जी महाराज प्रकाशक आत्म-ज्ञानपीठजैन-धर्मशाला मानसा मण्डी (पंजाब) वीर संवत् २५०० वि० सं० २०३६ आश्विन ई० सन् १९७६ सितम्बर प्राप्ति स्थान ० वीरायतन पो० राजगृह जि० नालन्दा (बिहार) ० सन्मति ज्ञानपीठ लोहामण्डी, आगरा-२ मुद्रक श्रीचन्द सुराना (आगरा) के निदेशन से श्री विष्णु प्रिंटिंग प्रेस, आगरा-२ मूल्य : लागत मात्र ५०) पचास रुपया Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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