Book Title: Adhar Dushan Nivarak
Author(s): Anopchand Malukchand Sheth
Publisher: Anopchand Malukchand Sheth

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Page 218
________________ (१०) २ नंबर. ३ नंबरनी एक एकथी चमती एटले सौथी मोटी पहेला नंबरनी के त्रीजा कलासना फैसलाथी नाराज श्राय तो बीजा नंबरनी कोरटमां पर पहेला कलासना लवाद आगल अपील करे के जेथी कोइने पक्षपातनो वहेम रहे नहीं, ने हरेक कजीन टुंकामा पती जाय.मारा मारी विगेरेना तोफान करनारने योग्य शिक्षा पण करवी के कोरटमां सीपाइ विगेरेनो खरच निकले. या ठराव थवाथी घणा कजीया ोग थशे ने नातोमां कुसंप चालशे नहीं. न्यातना रीवाजना कायदा न्यातमां अनुकूल होय ते बांधी राखवा तेमां बहु मते सुधारा एक बे वरसे कर्या करवा पण ते हंमेश चाले एम करवं. आम थाय तो बहु फायदो थाय वारसानी म्होटी रकमनी तकरारना पण निकाल प्रावी जाय. लाख रुपिया नपरना फैसला सारु एक म्होटी दस वीसमाणसनी सन्ना करवी जेमां बधा देशना म्होटा गृहस्थो--लवाद निमावा जोइए ने मेला फैसला तेने करवाने सोपवा, के अपक्षपात इन्साफ मले, जेथी जैन कोमनी एवी तकरारोमा पूंजीननो नाश थाय ते श्रतां अटके. ६ वीसा श्रीमालीनी न्यात घणा गाममां ने ते उतां ते लोक एक बीजाने ऊंचा निचा गणे ते गणवा न जोइए. वस्तुपणे तो तमाम श्रावकोमा नेद न होवो जोइए पण ते नेद नांगवानो हालमां समय जणातो नश्री. तेम उतां तेम थाय तो वधारे सारं ने तेम न थाय तो पोतानी न्यातनो माणस को पण शहेरमां होय तेने कन्या आपवा लेवानो नेद होवो न जोइए, ने कन्या आपी पैसा ले ले ते पण लेवा न जोशए. एना बंदोबस्तनी पण जरुर . तेमां तेगामवालानो घणोनाग सरखो होय त्यां न्यातनुं जोर चालतुं नथी, माटे तेने अटकाववानो रस्तो बीजा शहेरवालाए करवो जोइए. घणुं करीने म्होटा शेहे. रवाला पैसा आपे ते आपनारना नपर पण अंकुश रहे तो

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