Book Title: Acharanga ka Nitishastriya Adhyayana
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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श्रमणाचार : २७९
१३४. वही, २।२।३।८८.
१३५. वही, २।२।३।९०. १३६. वही, २।२।३।९१. १३७. वही, २।२।३।९३-९६. १३८. बृहत्कल्प, ११२७-३२. १३९. आचारांग, (आत्मारामजी टीका) २।२।३।९२. १४०. बृहत्कल्प, ११३३-३४. १४१. आचारांग, २।२।३।९७. १४२. वही, २।२।३।९८. १४३. वही, २।२।३।९९. १४४. वही, २।२।३।१००-१०३. १४५. वही, २।२।३।१०४-१०५. १४६. वही, २।२।३।१०६. १४७. वही, २।२।३।१०७. १४८. वही, २।२।३।१०८-१०९. १४९ वही, २।६।२।१५३. १५०. वही, २।१०।१६५, १५१. वही, २।१०।१६६. १५२. वही, २।१०।१६७. १५३. वही, २०१५. १५४. वही, १५.
१५५. वही, २।१५. १५६. श्री देवभद्रसूरि, पासनाहचरियं, प्रका० पं० हीरालाल श्री मणिविजय
ग्रन्थमाला, अहमदाबाद, सन् १९४५, पृ० ४६०. १५७. योगसूत्र, १।२८. १५८. (क) आचारांग, २०१५ (ख) उत्तराध्ययन, २१।१७. १५९. स्थानांग, ४।१।२४७. १६०. तत्त्वार्थसूत्र, ९।७७६, १६१. सूत्रकृतांग, १।१५।५, तुलनीय उत्तरा० १३१३१. १६२. आचारांग, २।१६. १६३. वही, (आत्मारामजी टीका) २।७।१।१५५. १६४. वही, रा७।१।१५६. १६५. वही, २७।१।१५६. १६६. वही, १।८।२. १६७. वही, २।७।१।१५७. १६८. वही, २।७।२।१५९. १६९. वही, २।७।१।१५७. १७०. वही, २।७।२।१६१. १७१. वही, २।।२।१६२. १७२. वही, २।११।१६८. १७३. वही, २।११।१६९-१७०. १७४. वही, २।११।१६९-१७०. १७५. वही, २।१२।१७१, १७६. वही, २।११. १७७. वही, २।१३।१७३, १७८. वही, १।२।५, १।६।१. १७९. वही, २।१४।१७४. १८०. वही, २।३।१।११२. १८१. वही, २।३।१।११२. १८२. वही, २।३।१।११३. १४३. वही, २।२।२।७७. १८४. वही, २।२।२।७८. १८५. उत्तराध्ययन, २९।१५. १८६. आचारांग, १।४।३. १८७. उत्तराध्ययन, २८१३५. १८८. पद्मनन्दिविंशतिका, ११४८, चरित्रसार, पृ० १३३. १८९. आचारांग, ११५।४. १९०. वही. १।८।५-७.
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