Book Title: Acharanga ka Nitishastriya Adhyayana
Author(s): Priyadarshanshreeji
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 311
________________ २९८ : आचारांग का नीतिशास्त्रीय अध्ययन योगशास्त्र : हेमचन्द्राचार्य, प्रकाशक-श्री विजयकमलकेशर ग्रन्थमाला, चौथी आवृत्ति, वि० सं० १९८० । योगशास्त्रस्वोपज्ञवृत्ति ( विवरण सहित ) : हेमचन्द्राचार्य, प्रकाशक एसियाटिक सोसायटी ऑफ बंगाल-१, पार्क स्ट्रीट. सन् १९२१ । योगसारप्राभृत : आचार्य अमितगति, सम्पादक-श्री जुगलकिशोर मुख्तार 'युगवीर', प्रकाशक-भारतीय ज्ञानपीठ दुर्गाकुण्ड मार्ग, वाराणसी-५, प्रथम संस्करण, सन् १९६८ । योगदर्शन : महर्षि पतंजलि, टीकाकार-हरिकृष्णदास गोयन्दका, प्रका शक-घनश्यामदास जालान, गीता प्रेस, गोरखपुर, द्वितीय संस्करण, सं० २०११ । रत्नकरण्डश्रावकाचार-(संस्कृत टीका सहित): समन्तभद्र, टीका० आचार्य प्रभाचन्द, प्रकाशक-वीरसेवा मंदिर ट्रस्ट, वाराणसी प्रथम संस्करण, १९७२।। । वसुनन्दिश्रावकाचार : आचार्य वसुनन्दि, प्रकाशक-अयोध्या प्रसाद गोयलीय, भारतीय ज्ञानपीठ काशी, दुर्गाकुण्ड रोड, वाराणसी-४, प्रथम आवृत्ति, सन् १९५२ । व्यवहारसूत्र : प्रकाशक-अ० भा० श्वेताम्बर स्थानक, जैन शास्त्रोद्धार समिति, प्रथम आवृत्ति , सं० १९६९ । व्यवहारभाष्य-भद्रबाहुस्वामी, प्रका० केशवलाल प्रेमचन्द्र, अहमदाबाद । वाल्मीकिरामायण : महर्षि वाल्मीकि, प्रकाशक-आर० नारायणस्वामी आर्य, मद्रास ला जनरल प्रेस, सन् १९३३ । विशेषावश्यकभाष्य ( स्वोपज्ञवृत्तिसहितम् ) : जिनभद्रगणिक्षमाश्रमण, प्रकाशक-लालभाई दलपतभाई, भारतीय संस्कृति विद्या-मंदिर, अहमदाबाद-९, प्रथम संस्करण, १९६६ । विशुद्धिमग्ग : अनु०-भिक्षुधर्मरक्षित, प्रकाशक-महाबोधि सभा, सार - नाथ, वाराणसी, प्रथम संस्करण, सन् १९५६ ।। समवायांगसूत्र : प्रकाशक-अभा० भा० श्वेताम्बर स्थानकवासी, जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, प्रथम आवृत्ति, सन् १९६२ । सभाष्यतत्त्वार्थाधिगमसूत्र : उमास्वाति, हिन्दी भाषानुवाद-पं० खूब चन्दजी सिद्धान्तशास्त्री, प्रकाशक-श्री परमश्रुत प्रभावक जैन मण्डल, जौहरी बाजार, खारा कुआँ, बम्बई-२, सन् १९३२ । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 309 310 311 312 313 314