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२९४ : आचारांग का नीतिशास्त्रीय अध्ययन
दशवेकालिक चूर्णि : जिनदासगणि महत्तर, प्रकाशक - श्री ऋषभदेवजो केशरीमलजी जैन श्वेताम्बर संस्था, रतलाम सन् १५३३ । दर्शन और चिन्तन ( खण्ड १ / २ ) : पं० सुखलाल जी संघवी, प्रकाशक पं० सुखलालजी सम्मान समिति गुजरात विद्या-सभा, भद्र, अहमदाबाद- १ ।
दशकालिक नियुक्ति : माणेक मुनि, प्रकाशक - जैन श्वेताम्बर ज्ञान भण्डार, सूरत, सन् १९३० ।
दीघनिकाय : प्रकाशक - एन० के० भगवत्, बम्बई युनिवर्सिटी -- १ ( पढमोभागो ) : प्रथम आवृत्ति, सन् १९४२ ।
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धर्मं और दर्शन : देवेन्द्र मुनिशास्त्री, प्रकाशक - सन्मति ज्ञानपीठ लोहा मण्डी, आगरा, प्रथम प्रकाशन, सन् १९६७ ।
धम्मपद : सम्पादक -- श्री सत्कारिशर्मा, प्रकाशक - चौखम्भा विद्या भवन, वाराणसी - ५ द्वितीय संस्करण, स० १९७७ ।
नन्दीसूत्र : आचार्य देव वाचक, सम्पादक - मुनिश्री पुण्यविजयजी प्रकाशक - प्राकृति टेक्स्ट सोसायटी वाराणसी - ५, सन् १९६६ ।
नन्दी सूत्रचूर्ण एवं वृत्ति: जिनदासगणिमहत्तर, सम्पादक - मुनि श्री पुण्य विजयजी, प्रकाशक - प्राकृत ग्रन्थ परिषद् वाराणसी -- ५, सन् १९६६ ।
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नवतत्त्वदीपिका : धीरजलाल टोकरशी, प्रकाशक - जैन साहित्य प्रकाशन मन्दिर, चींच बन्दर, बम्बई – ९, प्रथम आवृत्ति, सन् १९६६ । निशीथसूत्र ( भाष्य चूर्णि समन्वित ) : विसागणिमहत्तर, सम्पादकउपा० अमरमुनि एवं कन्हैयालाल "कमल" प्रकाशक — सन्मति ज्ञानपीठ, लोहामण्डी, आगरा, प्रथम संस्करण, सन् १९६० । नियमसार : कुन्दकुन्दाचार्य, प्रकाशक - जैन ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई सन् १९१६ ।
नीतिशास्त्र का सर्वेक्षण : डॉ० संगमलाल पाण्डेय, प्रकाशक - सेण्ट्रल बुक डिपो, इलाहाबाद सन् १९६९ ।
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नीतिशास्त्र : जे० एन० सिन्हा, प्रकाशक - जयप्रकाश नाथ एण्ड कम्पनी, मेरठ सन् १९६० ।
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नैतिक जीवन के सिद्धान्त : जानड्यूई, प्रकाशक - आत्माराम एण्ड सन्स, देहली सन् १९६३ ।
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