Book Title: Yashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 386
________________ यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन [६३] मेघदूत (संस्कृत) - चौखम्भा संस्कृत सोरिज, वाराणसी, १९४० [६४] मृच्छकटिक (संस्कृत-हिन्दी) - चौखम्भा संस्कृत सोरिज, वाराणसी, १९५४ [६५] याज्ञवल्क्यस्मृति (संस्कृत) - निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, १९३६ [६६] रघुवंश (संस्कृत) - निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, १९२५ [६७] रामायण (वाल्मीकिकृत, संस्कृत) - मद्रास ला जर्नल प्रेस, १९३३ [६८] रायसेणियसुत्त (प्राकृत) - श्री अमोलक ऋषि द्वारा अनुवादित [६] वर्णरत्नाकर (मैथिली) - रायल एसियाटिक सोसाइटी ऑव बेंगाल, कलकत्ता, १९४० [..] वरांगचरित (संस्कृत) - माणिकचन्द्र जैन ग्रन्थमाला, बम्बई, १९३८ [७१] बृहस्वयंभू स्तोत्र (संस्कृत-हिन्दो) - वीर सेवा मन्दिर, दिल्ली [२] वास्तुसारप्रकरण (संस्कृत) - पं० भगवानदास जैन-द्वारा सम्पादित, जयपुर, १९३६ [७३] विक्रमोर्वशीयम् (संस्कृत)- चौखम्भा संस्कृत सीरिज, वाराणसी [४] विश्वलोचनकोष (संस्कृत)- निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, १९१२ [७५] समरांगण सूत्रधार (संस्कृत) - गायकवाड़ ओरियंटल सीरिज, बड़ौदा, १९२४ [७६] समराइच्चकहा (प्राकृत), भाग १-२ - रायल एसियाटिक सोसायटी ऑव् बंगाल, १९२६, द्वि० सं० [७७] संगीत पारिजात - हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, १९६३ [७८] संगीत रत्नाकर - अडयार लायब्रेरी, १९५१ [.९] संगीतराज - संगीत कार्यालय, हाथरस, १९४१ [८०] साहित्यदर्पण - निर्णयसागर प्रेस, बम्बई, १९३६ [1] सूत्रधारमंडन का देवतामूर्तिप्रकरणम् (संस्कृत) – मेट्रोपोलिटन पब्लिक हाउस, कलकत्ता, १९३६ [२] सौन्दरानन्द (संस्कृत) - रायल एसियाटिक सोसायटी ऑव् बेंगाल, १९३९ [३] शतपथब्राह्मण (संस्कृत)- अच्युत ग्रन्थमाला कार्यालय, काशी, वि० सं० १९९४, १९९७ भाग १-२ [४] शब्दरत्नाकर (संस्कृत) - यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, वी० नि० सं० २४३९ [-५] शिशुपालवध (संस्कृत) - चौखम्भा संस्कृत सिरोज, वाराणसी, १९२९ [६] शृंगारशतक (शतकत्रयम् के अन्तर्गत) (संस्कृत) - भारतीय विद्याभवन, बम्बई, १९४६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org.a

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