Book Title: Yashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 410
________________ यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन चोटी २९६ चोल २१, २७, २७४, २७५ चोलक ११, १२१, १३१, १३३ चोला १३३ चोली ११, १३१ चौलकर्म ८८ चोलमंडल १९४ चोलाई ११२ छंद २९ छकड़ा १९६ छवि १७२ छाँछ १११ छाग १०५ छानी २०९ छाया १७२, १८३, २४१ छायामंडप २५७ छुरिका २०३ छुरो २०३ जटिल ८,७७ जठराग्नि १०, ९५, १०८ जननी ८,८८ जननेता १ जनपद ६, २०, २१, ४०, ४२, ४३, १२४, १४६, १४७, १८९, १९४, २६७, २७०, २७१, २७४, २७५, २७६, २७८, २८०, २८१, २८२, २८४, २८८, २८९ जन्नकवि ५३ जबलपुर २८९ जमुना २८६ जम्मू २९९ जयघंटा २३१ जयदत्त १६६ जयपुर ५३, ५४, २७१ जयसिंह, २७२ जल ९, ९५ जलकेलिवापिका २५७ जलचर १०४ जलजंतु ९ जलवाहिनी, २१, २९४, २९८ जलौघ २५८ जव १७३, १८३ जसहरचरिउ ६, ५०, ५१ जहाज १९४, २४७ जांगल २७२, २९० जांघ १६० जंगली ६६ जंघा १८३ जंबीर ९८ जंबू ९, ९८ जंबूक १०, ११८ जगत्स्थिति २९ जघन १८३ जटा १५२ जटाजूट १३, २३५ जटासिंहनंदि ६९ जांघिया १३५ जातक १९५, १९६, २२६ जातकर्म ८७ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 408 409 410 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450