Book Title: Yashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
View full book text
________________
२४
यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन
थलचर १०४ थान १२३ थाली १५० थैला ६५
तेल ९ तेलो ६३ तेलुगु १६४ तैत्तरीयब्राह्मण ९४ तत्तरीयसंहिता १६३ तेल ९६ तोयश्यामाक ९२ तोरण ८७, १८५, २८२ तौर्यत्रिक २२३ अयश्र २३४ त्रयी ६७ अस ७२, त्रापुषमणि १४७ त्रिक ७७, १८३ त्रिकटुक ९९ त्रिचनापल्ली २७५ त्रिदश १५, १६९ त्रिपुरो ३७, २७९, २८९ त्रिभुवनतिलक १८, १९ त्रिभुवनतिलकप्रासाद २४९ त्रिमाष १९६ त्रिवला २३० त्रिवली २०, २६२ त्रिविला १७, २२५ त्रिविली २३० त्रिवेदी ७, ६०, ६१ त्रिशूल १६, २१५, २१७ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्र २८५ श्रीन्द्रिय ६८ त्रेतायुग ६९ त्वष्टकि १६२
दंड १६, ६५, २१४, २१५ दंडि २८ दंति १८१ दक्षिणमथुरा २१ दक्षिणापथ ३५, २७० दत्तक १६२, १६७ दधि ९, ९४, ९६, १०९ दधीचि १३२ दध्नापरिप्लुत ९, १०२ दमकलोक १८० दया ६९, ८३ दरद ९,९६ दरबार १२५, १३३, २३४, २७७,
२८१ दरबारेआम १९ दर्दरीक ९, ९८ द१र २२७ दर्शन २८ दर्शनमोहनीयकर्म ७२ दशकुमारचरित ६० दशन १८३ दशरूपक १७ दशरूपककार २४० दशा १५३
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org
Page Navigation
1 ... 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450