Book Title: Yashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 406
________________ १६ गदा १६, २१३, २१५ गद्य १, ४, २७, २८, ५२ गन्ना ९३ गरुड़ २०८ गरुड़पुराण १६६ गर्जक २०६ गर्भ ८६ गर्भान्वय ७० गर्भिणी ८६ गल ६४ गला १४०, १४४ गवय १२२ गवाक्ष १८, १५२, २९९ गव्यण १०५ गव्यूति २७५, २८६ गांगेय २०२ गांडीव २०१, २०२ गांधार २२४ गांधारी २०९ गाँव ८० गात्र १८३ गाथियन ११९ गाय ३७, ९५, १०७, २७८ गायत्री १०, ११९ गारवदास ५४ गिरिकूटपत्तन २१, २७४ गिरिनार २८१ गिरिसोपा २७८ गिलाफ ११, १२८ गीत ६५, ८६, २२३ गीतगांधर्व चक्रवर्ती १७ गीतगोविन्द १२७ Jain Education International यशस्तिलक का सांस्कृतिक अध्ययन गुंजा १९६ गुग्गुल ८० गुजरात ३, ११, १९, ३०, १२४, २५१, २७८ गुजराती ६, ५० गुड़ ९, ९३, ९४, ९६ गुण १८३, २०३ गुणस्थान ६९, ७२ गुणस्थानवर्ती ७२ गुणस्यूत २०१ गुणाढ्य १५,१६८ गुदा ११७ गुनियाँ २१९ गुप्त ५ गुप्तकाल ९०, १५६ गुप्तयुग १३, १२७, १४५, १९६ गुफा २२६ गुरमानका १३२ गुरु ५, १४, ७३, १६५ गुरुकुल १४, ७३, १६१ गुरुचि १९८ गुर्जर ४, ५, ४०, २०५ गुर्जर-प्रतिहार ३४ गुलबर्गा २७३ गुल्फ १३३, १४६ गुल्म १०, ११४, ११५, ११७ गुह्यक १६६, १८८ गुह्या ११, १२, १३७ गूलर ९८ गृहदीर्घिका १९ २८३ गृहवास्तु २५७ गृहस्थ ७२, ८१ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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