Book Title: Yashovijayji Swahast Likhit Kruti Sangraha
Author(s): Yashovijay
Publisher: Yashobharti Jain Prakashan Samiti

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Page 30
________________ जावाजावात्मकतंगलापमालकल-वनवतिविममत्वनाक्तिकामावकत्वमम्मम्मकाऊtone कलाबत्वत्रित्व-नवश्वंनत्वषट लाभवमामानामिन वर्मामविश्वधिनात्याधयामिलिवानादाता मामलनिमतविषमविलागलिनाप्रपक्षादीना भिववानिगमायावसामानामविकसनानामहाला रल मयरस तेयकेपितेसोममंदारमपत्रनपुकरजाकिनोनशविणायेचारवारविदतदेकरक्षिकालाध्मारकण्वतितो।राहत्या/ प्रकरवानेता प्रवचनसम्पागदलितमुक्ततारागषविरहताततोलकत्सालाप्राप्ति/ वीनमरामकरण प्राकलंचमहोपाध्यायश्रीकामालाविज़मलिविब्यूरममितमामाजविजयालिशियमवंतिमीनीतविजमाण जातिलकपमितीनयबिजमालिचरणोतिठापतिमशाविजमेन-६०० १११११ || ગી શિષ્પ પારાજ સો ! ' 3. 18नी ५१. विभाग Eku भा. अिन्तिमपृष्ठ]

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