Book Title: Yashovijayji Swahast Likhit Kruti Sangraha
Author(s): Yashovijay
Publisher: Yashobharti Jain Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 51
________________ नामाक्वनोनवािडीबारबरमानन्तन.मा..कवार2194तमा समालीकाानिऊपादधार गरारणियखकरकप्रतिपदाममपजी 3 Daठिोहझनदनभित्रा) पक्षियोह-शमशलिकाकीको दोहगुए। पदयाभासद जीबीरविवत्रिीयोमन्दिरम्तेषनवस्वामिपन्छिापामदय१रकाम्मरकजेठूरक मठककाजाहोऽसमाविबाश- मायावन्तविजाइजी लाताव- यदिबर नपाहिजयोतिनिळाजी०एस्कमुक भावी जेउगढीबजगुरुगुणं गातोमयसानिdिaaiशबालाजीरावानाम्तनाचामृगतामृगामी जीएपपातकणसमलहमेगनमालजा कालाअरबमदतविककाटा Sanीनालीचीkaamzाशुनिंरक्षलकामवालीजारमोशal णण्णश्री हठरा6िaकाजश्रीनिऊमदेवकरामरपटभर विजमना२शजी ४कमीकलाकाबिजमबरवामहीयसीमाप्रारहीशजी हाममीनीवविजमा * परिहाराज तामनकामीजीतनिऊश्रीमविजयटकलागाजावाज हनीमजंकूmemयाटप.नंदतनयनिउकुपतिरमामातलीएकोजीनभरोहरहिवाभाम्रान-परमाशेजानानाताननमादियाकदिवजानवप्रा निसमसामाउनविनासर-मादयडिनवाणीज140 २० परत५


Page Navigation
1 ... 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77