Book Title: Vyakhyapragnaptisutram Part 02
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

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Page 12
________________ विषयः सूत्रम् पृष्ठः श्रीभगवत्यङ्गं श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 3 // श्रीभगवत्यासूत्रस्य विषयानुक्रमः 629 000 निमन्त्रणतत्परिभोगादिप्रश्नाः। 333 अकृत्यसेवायां तत्रान्यदाप्रायश्चिते आराधकत्वादि तत्कारणश्वप्रश्नाः। 334 प्रदीप्तदीपगृहयोर्दीपगृहज्योतिरादि ज्वलनप्रश्नाः। 335 एकादि जीवनारकादीनामौदारिकाद्याश्रयेण क्रियाप्रश्नाः। 336 8 शतके उद्देशकः 7 अदत्तादानाधिकारः। 337-338 अन्यतीर्थिकस्थविरसंवादप्रश्नाः। अदत्तग्रहणदत्तग्रहणैकान्तबालपण्डितादि परस्परसंवादप्रश्नाः। 337 गतिप्रपातभेदप्रश्नाः। 338 8 शतके उद्देशकः८ गुरुप्रत्यनीकाद्यधिकारः। 339-344 गुरुगतिसमुहानुकंपाश्रुतभावाश्रित्यप्रत्यनीकप्रश्नाः। आगमश्रुताऽऽज्ञाधारणाजीतेति। क्रमः विषयः सूत्रम् पञ्चव्यवहारस्तत्फलप्रश्नाः। 340 3 ऐर्यापथिकसाम्परायिक द्विविधबन्ध प्रश्नः / नैरयिकादीनां बन्धः / वेदापेक्ष कालापेक्षसादिसपर्यवसितादि 632 तद्धक प्रश्नाः। 341 नैरयिकादिसाम्परायिककर्मबन्धस्वामि तद्भङ्गप्रश्नाः।। कर्मप्रकृतिपरिषहभेदप्रश्नाः। 635-640 परिषहानां प्रत्येककर्मप्रकृतिषु समावतारः, एकविधादिबन्धकस्य परिषहप्रश्नाः / 343 सूर्योद्रमास्तादिकाले दूराऽऽसन्नप्रतिती, तत्कारणलेश्याप्रतिघातादिप्रश्नाः। गतिप्रकाशतापक्षेत्र विस्तार 640-660 तद्देवोपपातादिप्रश्नाः। 344 8.9] 8 शतके उद्देशकः 9 प्रयोगबन्धाद्यधिकारः। 345-353 |1 प्रयोगविनसाबन्धप्रश्नः। 345 638 //

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