Book Title: Vyakhyapragnaptisutram Part 02
Author(s): Divyakirtivijay
Publisher: Shripalnagar Jain Shwetambar Murtipujak Derasar Trust

View full book text
Previous | Next

Page 15
________________ श्रीभगवत्यङ्ग श्रीअभय वृत्तियुतम् भाग-२ // 6 // पृष्ठः 747 श्रीभगवत्यङ्गसूत्रस्य विषयानुक्रमः 748 क्रमः विषयः सूत्रम् गाङ्गेयाधिकारः। 371-379 नै०आदि दण्डकेषु सान्तरनिरन्तरोत्पादच्यवनप्रश्नाः। 371-372 प्रवेशनकप्रकारप्रश्नः / नैरयिकप्रवेशनके, एक दत्रिचतुर्नारकजीवप्रवेशनके विविधभङ्ग प्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) पश्चनारकजीवप्रवेशनकेव्यादिसंयोगी 4,6,4,1, इत्यादिविविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) षण्णारकजीवप्रवेशनके, एकद्वयादिसंयोगी 7,5,10,10,5, 1 इत्यादिविविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) सप्तनारकजीवप्रवेशनके, एकट्यादिसंयोगी 7,6,15, 20,15, 6.1 इत्यादिविविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) अष्टनारकजीवप्रवेशनके, एकद्वयादिसंयोगी 7,7,21,35,35, 21, 1 इत्यादि पृष्ठः क्रमः विषयः सूत्रम् 736-763 विविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) नवनारकजीवप्रवेशनके, 7 36 | एकव्वादिसंयोगी 7,8,28,56, 70,56,28, 1 इत्यादि विविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) 7378 दसनारकजीवप्रवेशनके, एकव्यादिसंयोगी 7,9,36, 84,126,126,84 इत्यादिविविधभङ्गप्रश्नाः। ___३७३(अपूर्णम्) सङ्ख्यातनारकजीवप्रवेशनके, एकव्द्यादिसंयोगी 7,231,735, 1085,861, 357,61 इत्यादिविविधभङ्गप्रश्नाः। ३७३(अपूर्णम्) 10 असहयातनारकजीवप्रवेशनके, एकयोगादिविकल्पाः 7,252,805, 1190,945,392,97 इत्यादि विविधभङ्गप्रश्नाः। ___३७३(अपूर्णम्) 11 उत्कृष्टपदेनारकजीवप्रवेशनके, 749 746 752

Loading...

Page Navigation
1 ... 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 ... 574