Book Title: Vruttajatisamucchaya
Author(s): H D Velankar
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishtan

View full book text
Previous | Next

Page 158
________________ IV. INDEX OF,STANZAS IN PRAKRIT 6-22. 8.44 6.60 6.20 4.70 4.41 4.8 . . . अहक्खरस्स हत्थो अक्खरपत्थारे अहम सोलहम अहेव अ कोडीओ अडिलाहिं दुवहएहिं अण्णं वाहरइ पिआ अद्धद्धं ओसक्का अंतं फरिसं घेत्तुं अंतिमवण्णे विउणं अविरुद्धबीअपत्थि अह तिहु चउत्थु अह रहथणगइंद अह सतुरंगमएणं अहिअक्खरनिव्वाइअ अहिअक्खरसीसअस्स अव अहिअक्खरसीसअस्स जंमए आवाअलिअंमि दुमत्ता इअ पाआण इअराई जाण इह कोहआण दोण्हं उअरिहिअअंकेण उत्त अतिउत्तमज्झा उत्ताईणं मज्झे उप्फुल्लअसंगअआ उवगीईरहिआण अ एअहु मत्तहु अंतिमउ एआइ पिंडणाए एआणं चिअ मज्झे एए पंच पएसा एए सब्वे छंदा एक्कक्खरपत्थारे एकक्खरंमि दुच्चि एकंगुलो अरुंधइ एक्कदुभत्ताब्भहिओ एक्कम्मि वि पत्थारे एकेकेण भइज्जइअंते एक्को वारणओ एत्तिअमेत्ते अंके 6.59 एवं च वण्णवित्ते 6.18 एवं णरिंदरहिए एवं विउणाउचिव 6.53 एवं विउणाविउणं 4.38. एसोच्चित्र पत्यारो 4.108 ओलंबअएक्का 6-33 कइणो चिंतंतअस्स 6-34 कण्णकरचलण 6.46 कद्दा होइ पाए 3.10 कन्नकरपओहर 4.36.. करअलजुअलस्स 4.90 करमेत्तआ 36 करहिअ तेरह 1-26 काऊण वण्णगणणं 4.43 कामिणिकवोल किं न देसि दिडिं 4.50 कीरइ गणेहि पाओ 4.78 कुण करकण्ण 1-13 कुण भामिणिआए पिए 610 कुणसु कुडिलोज्जुअग्गं 6.11 कुण हारविराम खंडग्गअत्ति भणिआ 6-3 गअरहतुरंगपाइक 1.9 गअरहतुरंगसंदण 1.24 गअणअलविस 4.31 गाहस्स सणारा 6-35 गाहाखंधअगीई 1.20 गाहाण समा भेआ 6.25 गाहाणं जाईओ 6-19 गाहा तह अ विरामे 6.42 गाहापच्छद्धं विध 647 गाहापत्थारमहो 6.58 गाहापुव्वद्धं जी 1-31 गाहाविसमगणाणं 6-17 गुरुभक्खरं विआणसु 6.8 गुरुजुव कणं 3:24 चउअंगुलो अ रामो 6.30 । चउसही अहसआ 1-18 3-26 4:47 4.30 6.68 1.2 3.9 2.1 3.1 3.51 1.14 3.50 4.100 1.17 4.60 18 1:23 6.50. 6.51 4.65 4.14 4.2. 4:13 6-21 1.28 1-19 6.56. 6.48...

Loading...

Page Navigation
1 ... 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194