Book Title: Vidyarthi Jain Dharm Shiksha Author(s): Shitalprasad Publisher: Shitalprasad View full book textPage 3
________________ M संधी धोतीलाल मा घाला. Hatarrautomame विद्यार्थी जैनधर्म शिक्षा। लेखकश्रीमान् ब्रह्मचारी सीतलप्रसादनी । [समयसार, नियमसार प्रवचनसार, पञ्चास्तिकाय सत्चभावना, गमयसार कलशा, स्यभम्तांत्रा, मनाधिगतक, इष्टोपदेश, वारणतरण प्रावकाचार आदिके टीकाकार नया गृहस्थधर्म, जैनधर्म प्रकाश, मोक्षमार्ग. प्रकाग वि०, प्राचीन जैन स्मारक वृ० जैन शनकोष, पञ्चकल्याणक. प्रतिष्ठापाठ, अनोट तत्वज्ञान आदि अन्योंके सम्पादक । ] IIIPLOM11111111111110MINTRIERam - प्रकाशकमूलचन्द किसनदास कापड़िया, मालिक, दि० जैनपुस्तकालय, कापड़ियाभवन-सूरत । RA Di.nuarOUDIESUSUBSIBRAasum m ..DHERMOHLORORSimuan Ruam" श्रीमान् दानवीर श्रीमन्त सेठ लक्ष्मीचंदजी भेलसा नि० की ओरसे "नमित्र" के ३५ वर्षके ग्राहकोंको भेट । BILLURULIHIBIERTIL JAHIRAIL OTISHusuenomenamusulman DuamuBIDuraumaajismaiRINS प्रथमावृत्ति] वीर संवत २४६१ [प्रति ११००+२०० मूल्य-२० १-८-०Page Navigation
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