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वार-स्तुति उपसंहार
महावीराष्टकं स्तोत्रं, ___ भक्त्या भागेन्दुना कृतम् । यः पठेच्छृणुयाच्चापि, __स याति परमां गतिम् ॥
भगवान महावीर का यह आठ श्लोकों वाला स्तोत्र, भागचन्द्र ने बड़ी भक्ति के साथ बनाया है। जो साधक इस स्तोत्र को पढ़ेगा अथवा सुनेगा, वह परम गति को प्राप्त करेगा।
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