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४१८४१४३
संभूत = एक मुनिराज सागरसेन = धर्मस्वामी सेठके संघके साथ चलने वाले एक मुनि ३ | ३६।२५ सानत्कुमार = सानत्कुमारस्वर्गका इन्द्र
वर्धमानचरितम्
१७७६।२४० सालङ्कायन = स्वस्तिमतिनगरीका एक ब्राह्मण
३।९६।३०
सिद्धार्थं = वर्धमान तीर्थंकर के पिता कुण्डग्रामके राजा
१७।२०।२३१
सीरपाणि = विजय - बलभद्र
१०।८।११९
१०/७०।१२८
सुतारा = अर्ककीर्तिकी पुत्री सुप्रतिष्ठ = एक मुनिराज
१३।८२।१६७
सुमति = एक मुनिराज, जिनके पास राजा कनकाभने
दीक्षा ली १२|३२|१४८
१०।८९।१३१
१२।४१।१४९
सुवर्णकुम्भ = एक मुनिराज सुव्रत
= एक मुनिराज
सूर्यप्रभदेव = एक देश, प्रियमित्रका जीव
१५।१९८।२१७
सुशीला = उज्जयिनीके राजा वज्रसेनकी स्त्री
सुश्रुत = प्रजापतिका मन्त्री
सेन
१३।१६।१५४
= एक विद्याधर
स्थावर = शाण्डिल्यायन और पारासरीका पुत्र
हरिषेण:
= वज्रसेन और सुशीलाका पुत्र
७।७।७६
७।३१।६८
५।१०५/६१
स्वयंप्रभा = ज्वालनजटीकी पुत्री हरि = त्रिपृष्ठ
९८८ ११४
हरिध्वज = एकदेव ( सिंहका जीव ) ११।६४।१४१ हरिकन्धर
= एक विद्याधर
हरिश्मश्रु = अश्वग्रीवका मंत्री
हलायुध = बलभद्र
|| हेमरथ = कनकध्वजका पुत्र ह्री = एक देवी
३।११२।३२
६।३३।६८
६।६५।७४
१३।१८।१५६
१०।८६।१३०
१२।३६।१४८
१७।५०।२३६