Book Title: Vaisheshika Sutram
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 13
________________ पृष्ठम् विषयः ( ii ) प्रमाणसमुच्चयस्य तद्वत्तेष्टीकायाश्च भोटभाषानुवादानां परिचयः १५५ (iii) भोटभाषानुवादानां संस्करणेषु Choni edition इत्यस्य परिचयः१५६-१५७ (iv) , Derge edition , , १५७-१५८ (v) " Snar-than edition ,, , १५८ (vi) ___Peking edition ,, , १५८-१६६ (vii) प्रमाणसमुच्चयस्य वृत्तेष्टीकायाश्च भोटभाषानुवादानां स्वरूपम् १६६-१६८ (viii) सप्तमे परिशिष्टे विशिष्टानां सङ्केतानां विवरणम् १६८ भोटभाषान्तरतः संस्कृतेऽनुवादः । १६९-२१९ ( i ) दिङ्नागविरचिते सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये वैशेषिकप्रत्यक्षपरीक्षा १६९-१७३ (ii) अस्या जिनेन्द्रबुद्धिरचिता विशालामलवती टीका १७३-१८३ (iii) सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये वैशेषिकानुमानपरीक्षा १८४-१८८ (iv) अस्या विशालामलवती टीका १८८-१९६ (v) सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये वैशेषिकाभिमतहेतुलक्षणपरीक्षा १९७-१९८ (vi) ,, , , हेत्वाभासलक्षणपरीक्षा १९९-२०१ (vii) अम्या विशालामलवती टीका २०१-२०६ (viii) सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये वैशेषिकाभिमतदृष्टान्तलक्षणपरीक्षा २०७ (ix) अस्या विशालामलवती टीका २०७-२०८ २०९-२१९ ( i ) सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये नैयायिकप्रत्यक्षपरीक्षा २०९-२१२ (ii) अस्या विशालामलयती टीका [ प्रतीकसङ्ग्रहात्मिका ] २१३- २१४ - (iii) सवृत्तिके प्रमाणसमुच्चये नैयायिकानुमानपरीक्षा २१५-२१७ (iv) अस्या विशालामलवती टीका [ प्रतीकसङ्ग्रहात्मिका ] २१७-२१९ अष्टमं परिशिष्टम् २२०-२२४ (i) राजशेखररचितषड्दर्शनसमुच्चयानुसारेण वैशेषिकाणां लिङ्गदेवतादिस्वरूपम् २२०-२२४ ( ii) राजशेखररचिताया न्यायकन्दलीपञ्जिकाया आद्यान्त्यभागी [टिप्पणे) २२०-२२१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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