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( vi ) 24. आचार्य कुन्दकुन्द और अद्वैतवाद
-डॉ० देवनारायण शर्मा 25. जैनधर्म का उद्भव एवं विकास : एक ऐतिहासिक मूल्यांकन
-डॉ० भागचन्द्र जैन 'भास्कर' 26. मूलाचार में प्रतिपादित मुनि-आहार-चर्या
-फूलचन्द जैन 'प्रेमी' 27. संतकम्मपाहुड और छक्खंडागम
-सिद्धान्ताचार्य कैलाशचन्द्र शास्त्री 28. सिद्ध -साहित्य का मूलस्रोत-डॉ० नागेन्द्र प्रसाद 29. जैनरामायण पउमचरिउ में चरित्र-चित्रण के मानदण्ड
-डॉ० देवनारायण शर्मा 30. सन्देशरासक की हिन्दी टीका पर कुछ टिप्पणियाँ
-डॉ० रा० प्र० पोद्दार 31. भगवती आराधना और उसका समय
-डॉ० भागचन्द्र जैन 'भास्कर' 32. प्राकृत तथा अपभ्रंश का ऐतिहासिक विकास
-डॉ० देवेन्द्रकुमार शास्त्री 33. संतकवि रइधू और उनका साहित्य-डॉ० राजाराम जैन ... 434. भ० महावीर का एक नया पूर्वभव
-डॉ० के०आर० चन्द्र 35. महाराजा भोज के समय का एक अपभ्रश काव्य : सुदंसणचरिउ
--श्री अगरचंद नाहटा 36. 'चरिउ' और मानस'-डॉ० देवेन्द्रकुमार जैन 37. जैन नाटककार हस्तिमल्ल का समय
०कन्छेदीलाल जैन 38. तार्थंकर महावीर का प्रतिमा-निरूपण
--मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी 39. विदेशी विद्वानों का जैनविद्या को योगदान
-प्रेम सुमन जैन 40. हिन्दू तथा जैन साधु-आचार
" -डॉ० देवनारायण शर्मा 41. जैनदर्शन और तर्क की आधार भूमिः प्रमाण
-श्री श्रीरञ्जन सूरिदेव 42. प्राचीन भारत में गणतंत्र का आदर्श
-डॉ. देवनारायण शर्मा 43. जैन तर्कशास्त्र में निर्विकल्पक ज्ञान प्रमाण की मीमांसा
-प्रो० लालचन्द जैन 44. Opinions of Rajasekhara as a Critic
-R. P. Poddar 45. Meaning and Expression in Poetry
--R.P. Poddar
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