Book Title: Upkesh Vansh
Author(s): Unknown
Publisher: Ratnaprabhakar Gyanpushapmala

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Page 13
________________ या-पोसवालों का इतिहास । जैन धर्म की महत्ता (तर्ज-फरमा दिया कमली वाले ने ।) सब धर्मों में यह पाला है पाला है जैन निराला है। सब चुन चुन कर नर लेय रहे तत्त्वों का यही मसाला है।टेर। ऐसे हैं जिनवर देव जिन्हें नहिं पक्षपात से चारा है। पाठों करमों को दूर किया शिवपुर में घर कर डाला है ॥१॥ गुरु जैनी हैं सतवादी ये नहीं पाप पथिक या रागी हैं। कञ्चन कामिनी कोत्याग सदा महा पाँच व्रतों को पाला है॥२॥ नहीं दुर्गति में गिरने देवे सद रस्ता धर्म बताता है। सम्यक् दर्शन और ज्ञान क्रिया से 'धीरज जैन उजाला है ॥३॥ पूजो रत्न सूरी महाराज मोक्ष की राह बताने वाले। थे नगर श्रोशियों आए सब को जैनी आप बनाये। जिन्हों का वंश श्रोसथपाए गोत्र अठारह बनाने वाले ॥पूर जग तारण तरण गुरुराज सुधारो भक्तों के सब काज । शरण में श्रायों की रख लाज दुःख सब दूर हटाने वाले।पूर तुम ही हो दीन दयाल करिये सेवक की प्रतिपाल । मिटादो कर्मों के जंजाल "शान” को अमर बनाने वाले ॥३॥ .इति श्री मोसवाल जातिय संक्षिप्त पत्रमय इतिहास समाप्तम. Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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