Book Title: Upaang Prakirnak Sootra Vishayaanukram 02
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar
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आगम
संबंधी
साहित्य
प्रत
सूत्रांक यहां
देखीए
दीप
क्रमांक
के लिए
देखीए
'सवृत्तिक
आगम
सुत्ताणि
श्री उपांगा
दीनां
॥ १ ॥
उपांग+प्रकीर्णकसूत्र-लघुबृहद्विषयानुक्रमौ
[ उपांगसूत्र- १ “औपपातिक" ]
मुनि दीपरत्नसागरेण पुनः संकलितः उपांग + प्रकीर्णक- सूत्रस्य विषयानुक्रमः ( आगम-संबंधी-साहित्य)
उपांगादिनां विषयानुक्रम: [लघु विषयानुक्रम:]
[आगम-१२] उपांगसूत्र- १ " औपपातिक"
श्री औपपातिकोपांगे लघुविषयानु- २१ श्रीवीरागमनश्रीवीर वर्णनसाधुतगुण
वर्णनम्
क्रमः
मोत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स श्री आगमोद्वारसंग्रहे भागः २.
सूत्राणि ४३
सूत्रांकः ।
९. चम्पापूर्ण भद्रवनखण्डाशोकवृक्षपृथ्वीशिलापट्टककोणिकराजधारिण्यादि
वर्णनम्
सूत्रगाथाः ३०* पत्रांकः ।
३३ असुरादिदेवनृपराज्ञपर्षन्निर्गमवर्णनम्
४३, ३० देशना गौतमस्वामिप्रश्नैकविं शति अम्मसमुद्घातसिद्धवर्णनम् ११९ इति श्री औपपातिको पाङ्गस्य संक्षिप्त क्रमः
१४.
४८
~10~
७७
विषयानु
क्रमादिः
॥ १ ॥

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