Book Title: Upaang Prakirnak Sootra Vishayaanukram 02
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Deepratnasagar

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Page 15
________________ आगम संबंधी साहित्य प्रत सूत्राक यहां देखीए उपांग+प्रकीर्णकसूत्र-लघुबृहद्विषयानुक्रमौ [ उपांगसूत्र-७ “जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति"] मुनि दीपरत्नसागरेण पुन: संकलित: उपांग+प्रकीर्णक-सूत्रस्य विषयानुक्रमः (आगम-संबंधी-साहित्य) [आगम-१७] उपांगसूत्र-७ “जंबूद्वीपप्रज्ञप्ति" श्रीजम्बूद्वीपप्रज्ञप्तेर्ल घुविषयानु क्रमः ॥ सूत्राणि १८१ सूत्रगाथाः १३१* ११०,६९ चतुर्थो वक्षस्कारः ३८२ १७, ३* प्रथमो वक्षस्कारः ८८| १२४, ८०* पञ्चमो वक्षस्कारः ४२४ ४१, ८* द्वितीयो वक्षस्कारः १७८ १२६, ८२* षष्ठो वक्षस्कारः ४३२ ७२, ४५ तृतीयो वक्षस्कारः २८१/ १८१,१३१* सप्तमा वक्षस्कारः ६४२ • ७१, ४१* भरतचरित्रम् (२८०) श्रीजम्बूद्वीपप्रज्ञप्तेलघुविषयानुक्रमः॥ दीप क्रमांक के लिए देखीए 'सवृत्तिक आगम सुत्ताणि ~15

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