Book Title: Tattvartha Vrutti
Author(s): Mahendramuni
Publisher: Bharatiya Gyanpith
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तत्त्वार्थसूत्रस्थशब्दानामकाराद्यनुक्रमः
५३१
साधु
८.११ ५।२४
९/४६ २।२०८.११ १९८२।१९
४८ ५।२३ १।१२
१०/४
सिद्धि
सिन्धु
३।२०
७/३३७/३४
७।३०
२।१ ६.१८
७७
९।२०
११७ ११२५ ७०३८
सुवर्ण
साधन
१७ | स्थित्युपग्रह
९।२४ / स्थिर साधुसमाधि
६।२४ । स्थौल्य साध्य
९/४७,१०९ स्नातक सानत्कुमार
४।१९:४/३० स्पर्श सामायिक
४१४७।२१६।१८ | स्पर्शन साम्परायिक
६४ स्पर्शप्रवीचार सारस्वत
४।२५ स्पर्शवत् सिद्धत्व
स्मृति ५।३२ स्मृतिसमन्वाहार
स्मृत्यनुपस्थान स्निग्धत्व
५१३३ | स्मृत्यन्तराधान सीता
३२२० । स्वतत्त्व सीतोदा
३।२० स्वभावमार्दव
४।२०,५।२० स्वशरीरसंस्कार ( त्याग) सुखानुबन्ध
७।३७ स्वाध्याय (पञ्च) सुपर्णकुमार
४११०४।२८ स्वामित्व सुभग
८.११ स्वामिन्
७/२६ स्वातिसर्ग कूला
३१२० सुस्वर
८/११ सूक्ष्म
२।३७८।११।२४ हरिकान्ता -क्रियाप्रतिपाति
९।३९ | हरित -साम्पराय
६।१०,९।१८ हरिवर्ष सूर्याचन्द्रमसौ
४१२ हारिवर्षक १।१६:२१३२,८।११ | हास्य
५।२४ -प्रत्याख्यान सौधर्म
४।१९:४/२९ | हिंसा स्कन्ध
५।२५ -विरति स्तनितकुमार
४१. हिमवत् स्तेनप्रयोग
७२७ हिरण्य स्तेय
७.१५,९।३५ हीना -विरति
हीनाधिकमानोन्मान स्त्यानगृद्धि
हेममय
९।९,९।१५ हैमवत -वेद
हैमवतवर्ष रागकथाश्रवण (त्याग)
हैरण्यवतवर्ष स्थापना
११५ ह्रद स्थावर
१।१३।२।१२ | हास स्थिति ११७,३१६:४।२०४।२८,८३८|१४ ही
ho
३१२० ३।२०
सेतर सौम्य
३२९ ८९
७/९; ७।१३,६।३५
७.१
७/२९ ४।२१
८७
३।२६
३।१०
३।१० ३१४३।१५,३।१८
૩૨૭ ३११९
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