Book Title: Tandul Vaicharikam Author(s): Vimal Gani Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund View full book textPage 1
________________ JUNMA İNANANA SIANMARWANNATANAMANATAWANARTAMAWATANMARWAD श्रेष्ठि-देवचन्द्र लालभाई-जैनपुस्तकोद्धारे-ग्रन्थाङ्कः-५९. प्रनपूर्वधरनिर्मितं श्रीतन्दुलवैचारिक श्रीमद्विजयविमलगणिदृब्धवृत्तियुतं, सावचूरिकं च चतुःशरणं प्रसिद्धिकारकः-जीवनचन्द्र साकरचन्द्रः अस्याः कार्यवाहकः बुहारि वास्तव्य श्रेष्ठि-सुरचन्द्र खेताजीविहितद्रव्यसहायेन निर्णयसागरयन्त्रणालये कोलभाटवीथ्यां २३ तमे रामचंद्र येसू शेडगेद्वारा मुद्रयित्वा प्रकाशितम्. वीरसंवत् २४४८. विक्रमसंवत् १९७८, काईष्ट १९२२. प्रति १०.०] पण्यं सार्धरूप्यकः। [Rs. 1-8-0 Pाटालाजालामाल बुहारी वास्तव्य शाह छगनलाल अपर नाम पीताम्बरदास सुरचन्द तथा सुरचन्द खेताजीविहितद्रव्यसाहाय्येन . For Private & Personal use Only ONARNATANICANAND Jain Education International www.jainelibrary.orgPage Navigation
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