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जैन जगत्
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प्राकृत विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा के समय शताधिक विद्वानों के साथ महामस्तकाभिषेक समिति के अधिकारी श्रीमान निर्मल कुमार सेठी, (दिल्ली), श्रीमान नरेश कुमार सेठी (जयपुर) एवं श्रीमान ए०आर० निर्मल कुमार (बैंगलोर) का समर्थन भी प्राप्त हुआ।
पार्श्वचन्द्रगच्छीय साध्वीरत्न सिद्धान्तरसाश्रीजी म. सा० के १८वें दीक्षा दिवस पर घोलवड़ में निःशुल्क दन्त चिकित्सा शिविर आयोजित
५ फरवरी, ०६ को घोलवड़ में श्री पार्श्वचन्द्रगच्छीय प्रवर्तिनी आर्या ॐकारश्रीजी म.सा० एवं ज्ञानभारती प०पू० भव्यानन्दश्रीजी म.सा० की शिष्या साध्वी सिद्धान्तरसाश्रीजी के १८वें दीक्षान्त दिवस एवं उनकी मातुश्री स्व० श्रीमती प्रमिलाबेन पुनमियां की चतुर्थ मासिक पुण्यतिथि के शुभअवसर पर आपके पिताश्री श्री चम्पकलालजी पुनमियां ने एक निःशुल्क दन्त शिविर का आयोजन किया। इस भव्य समारोह में डॉ० के०पी०
जैन, मुम्बई तथा डॉ० चंदुलाल जे० परमार ने दन्त रोगियों की नि:शुल्क चिकित्सा की। इस अवसर पर 'ॐकार सिद्धि' नामक पुस्तक का विमोचन भी किया गया। समारोह में पार्श्वचन्द्रगच्छ की दस विदुषी साध्वियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। दन्त चिकित्सा शिविर एवं स्वामीवात्सल्य का लाभ श्री चंपकलालजी पुनमियां परिवार ने लिया।
डॉ० सुधा जैन द्वारा विश्वविद्यालयों में प्रेक्षाध्यान प्रशिक्षण
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के मालवीय भवन में योग साधना केन्द्र के तत्त्वावधान में वांक्वांग डिजिटल यूनिवर्सिर्टी, साऊथ कोरिया के ३२ छात्र-छात्राओं एवं आध्यापकों का दिनांक ०६.०२.२००६ से २४.०२.२००६ तक योग शिविर आयोजित किया गया
J जिसमें डॉ० सुधा जैन, प्रवक्ता पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी ने दिनांक ०६.०२.०६ से ०८.०२.०६ तक जैन साधना पद्धति एवं विशेषकर प्रेक्षाध्यान का प्रायोगिक एवं सैद्धान्तिक प्रशिक्षण दिया। डॉ० जैन ने उन्हें प्रेक्षाध्यान का इतिहास, ध्यान की पूर्व तैयारी, कायोत्सर्ग, अन्तर्यात्रा, श्वास प्रेक्षा, चैतन्य केन्द्र प्रेक्षा, ज्योति केन्द्र प्रेक्षा तथा सम्पूर्ण कायोत्सर्ग के प्रयोग करवाये। भीमराव अम्बेडकर, बिहार विश्वविद्यालय, मुज्जफ्फरपुर के दर्शन विभाग में भारतीय
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