Book Title: Sramana 2006 01
Author(s): Shreeprakash Pandey
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

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Page 168
________________ सन् १९५० से लगातार प्रकाशित पार्श्वनाथ विद्यापीठ की त्रैमासिक शोध-पत्रिका नाम:...... श्रमण श्रमण पत्रिका को आप अपना सहयोग प्रदान कर भगवान महावीर के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने तथा समाज के उत्थान में सहायक बनें। आप अपना अमूल्य सहयोग- हमें लेखन सामग्री एवं धार्मिक समाचार भेजकर, पत्रिका के आजीवन /वार्षिक सदस्य बनकर, अपनी फर्म का विज्ञापन देकर तथा आर्थिक सहयोग प्रदान कर, कर सकते हैं। 'श्रमण' सदस्यता आवेदन पत्र ...............पिता/पति का नाम :......... पता:. ................ फोन नं० :............ वार्षिक सदस्यता : संस्था - २५०/- आजीवन सदस्यता : संस्था - १५००/व्यक्ति - २००/ व्यक्ति - ५००/प्रति अंक - २५/संपादक 'श्रमण', __ मैं श्रमण पत्रिका का आजीवन/वार्षिक सदस्य बनना चाहता हूँ/चाहती हूँ। निर्धारित शुल्क रु०.......... नकद/ड्राफ्ट/चेक के रूप में पार्श्वनाथ विद्यापीठ के पक्ष में भेज रहा/रही हूँ। हस्ताक्षर विज्ञापन हेतु - विज्ञापन दरें (Advertisement Tariff) | १ अंक | ३ अंक | वार्षिक 1. Front Page (Inner Side) (4 Colour) 4000 - 8000 10000 2. Back Page (4 Colour) 5000 | 10000 12500 3. Back Page (Inner Side) (4 Colour) 4000 8000 10000 4. Inner (Art Paper) (2 Colour) 1000 2000 3000 5. Inner (Art Paper) (1 Colour) 800 1600 2000 6. Inner (Art Paper) (1 Colour) 500 | 1000 संपादक, श्रमण, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, आई०टी० आई० रोड, करौंदी, वाराणसी २२१००५ 1250 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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